पंजाब में पकड़े गए फर्जी नौकरियों के ठेकेदार
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इस मामले की जांच कर रहे गुरनाम सिंह ने आईएएनएस से कहा, "एजेंटों ने युवकों को वीजा और पासपोर्ट उपलब्ध कराए थे, लेकिन अफगानिस्तान पहुंचने के बाद उन्हें पता चला कि वहां उनके लिए किसी नौकरी की व्यवस्था नहीं की गई। इनमें से एक युवक ने पटियाला में अपने पिता को इस स्थिति की जानकारी दी।"
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उन्होंने कहा, "हमें कल (मंगलवार) इस घटना की जानकारी मिली और प्राथमिक जांच के आधार पर हमने चार लोगों पर मामला दर्ज कर लिया था। हम शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज कर रहे हैं और जरूरी सबूत जुटा रहे हैं।" ठगे गए सभी युवक 22 से 28 वर्ष की उम्र के हैं इनमें से ज्यादातर पंजाब के पटियाला जिले के हैं। आरोपियों की पहचान बलदेव सिंह, उसकी पत्नी नीता रानी, लखविंदर सिंह और जोगिंदरा देवी के रूप में हुई है। ये चारों हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के फ्यूबा कस्बे के रहने वाले हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक बलदेव और लखविंदर के खिलाफ पहले भी इस तरह की रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है।