दिल्ली के 22 औद्योगिक इलाकों का होगा पुनर्विकास
इस परियोजना पर कुल 200 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और इसे स्व-वित्त पोषित आधार पर पूरा किया जाएगा। डीएसआईआईडीसी के अध्यक्ष और प्रबंधन निदेशक चेतन संघी ने कहा कि पुनर्विकास का काम दिल्ली सरकार के निर्देश और मास्टर प्लान के हिसाब से किया जाएगा। डीएसआईआईडीसी ने इसकी शुरुआत के तौर पर मुंडका औद्योगिक क्षेत्र कल्याण समिति के साथ आपसी सहमति के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
जिन अन्य महत्वपूर्ण औद्योगिक इलाकों का विकास किया जाना है उनमें लिबासपुर, मडवली, शारदा, नरेश पार्क, रिठाला, हस्तल, स्वर्ण पार्क आदि हैं। दिल्ली मास्टर प्लान 2021 के अनुसार मुख्यत: छोटे उद्योगों के क्षेत्र मुंडका के फिरनी रोड और मुंडका उद्योग नगर की 70 प्रतिशत औद्योगिक गतिविधियां पुनर्विकास के दायरे में आती हैं। इसका क्षेत्रफल करीब 400 एकड़ है।
संघी के अनुसार कच्छा रोड नामक इस इलाके में जल आपूर्ति, सीवर आदि जैसी नागरिक सुविधाएं नहीं हैं। निर्माण कार्य की लागत औद्योगिक क्षेत्र कल्याण समिति वहन करेगी और वह सदस्यों से धन हासिल करेगी। संघी ने कहा कि डीएसआईआईडीसी ने जवाहर लाल नेहरु शहरी नवीकरण मिशन के तहत गरीबों में वितरण के लिए 10,000 आवासों को तैयार कर दिया है। इसके अलावा 4,000 अन्य आवास निर्माणाधीन हैं और छह महीने के भीतर तैयार हो जाएंगे।
नए औद्योगिक रखरखाव कानून के तहत डीएसआईआईडीसी दिल्ली नगर निगम और दिल्ली विकास प्राधिकरण से 29 औद्योगिक इलाकों की जिम्मेदारी भी संभालेगा।