गर्भावस्था में धूम्रपान से बच्चों में मोटापा
एक नए अध्ययन में पाया गया है कि गर्भावस्था में धूम्रपान न करने वाली महिलाओं की तुलना में धूम्रपान करने वाली महिलाओं के बच्चों में किशोरावस्था में चर्बी की मात्रा बढ़ने का खतरा उत्पन्न हो जाता है।
अध्ययन में पता चला कि धूम्रपान करने वाली माताओं के बच्चे जब किशोरावस्था में पहुंचते हैं तो उनमें से एक तिहाई से ज्यादा के शरीर में 26 फीसदी ज्यादा चर्बी जमा हो जाती है।
एक वेबसाइट 'डेलीमेल डॉट को डॉट यूके' के अनुसार इस शोध की अगुवाई करने वाली जडेंका पाउसोवा कहती हैं, "हमारा मानना है कि किशोरावस्था में मोटापे की प्रक्रिया के पीछे गर्भावस्था के दौरान माताओं के धूम्रपान की अहम भूमिका है।"
वह कहती हैं, "हम हालांकि बिल्कुल निश्चित कारणों को नहीं जान सके हैं लेकिन यह जानते हैं कि काफी मात्रा में निकोटीन बच्चे के शरीर में इकट्ठा हो जाता है।"
पाउसोवा के मुताबिक जानवरों पर किए गए अध्ययन से पता चला है कि निकोटीन मस्तिष्क के कुछ निश्चित हिस्सों पर असर डालता है। इनमें वे हिस्से भी शामिल हैं जो यह नियंत्रित करते हैं कि हमें क्या खाना चाहिए और कैसे अच्छी तरह से ऊर्जा प्राप्त करनी चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।