दलाई लामा ने वीरभद्र सिंह को सम्मानित किया
आध्यात्मिक नेता के एक अधिकारी ने बताया,"दलाईलामा ने सिंह को सम्मानित करते हुए बौद्ध धर्म पर आधारित एक पुस्तक भेंट की।"
निर्वासन के दौरान धर्मशाला में मिले संरक्षण को लेकर दलाई लामा ने आभार जताया।
हिमाचल प्रदेश के पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके सिंह ने कहा कि तिब्बती धार्मिक नेता की अहिंसा और शांति के आदर्शो की नीति ही उन्हें सम्मान दिलाती है।
दलाई लामा ने कठिन परिस्थितियों में सिंह के द्वारा की गई मदद को याद किया और वर्ष 1959 में तिब्बत से निकलने और भारत में रहने की मजबूरी की चर्चा की।
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित आध्यात्मिक नेता ने खुद को 'भारत का बेटा' कहा।
उल्लेखनीय है कि निर्वासित होने के बाद दलाई लामा को भारत आना पड़ा था। उनके साथ 34,000 तिब्बती शरणार्थी भी आए थे, जो हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में स्थित 14 बस्तियों में रहते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।