..तो प्रतिभाशाली छात्रों को पढ़ाएंगे प्रतीक
ग्वालियर के चिकित्सक दम्पति डा. अशोक सिंघल और डा. कुसुम सिंघल के पुत्र प्रतीक ने वर्ष 2007 में कानपुर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) से बी. टेक करने के बाद दो साल तक कंसलटेंसी कंपनी, मेकिन्जी के लिए काम किया। प्रतीक वर्तमान में भारत सरकार के उद्योग मंत्रालय में कंसल्टैंट के तौर पर कार्य कर रहे हैं।
प्रतीक का अभी हाल में हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए पाठ्यक्रम के लिए चयन हुआ है। प्रतीक कहते हैं कि उनकी बचपन से ही उच्च शिक्षा हासिल करने की ललक रही है। साथ ही उनकी इच्छा है कि उच्च शिक्षा हासिल कर वह ग्वालियर और उसके आसपास के प्रतिभाशाली छात्रों का मार्गदर्शन करें, ताकि वे भी अपनी प्रतिभा के सहारे आगे बढ़ें और देश को उसका लाभ मिले।
प्रतीक शिक्षा हासिल करने जरूर विदेश जा रहे हैं, मगर संकल्प यही है कि वह वहां नौकरी कभी नहीं करेंगे।
प्रतीक कहते हैं कि ग्वालियर जैसे अंचल में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, अगर कमी है तो उन्हें उचित समय पर सही मार्गदर्शन न मिल पाने की। प्रतीक इस कमी को पूरा करना चाहते हैं। उनकी कोशिश रहेगी कि हार्वर्ड विश्वविद्यालय और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए करने के बाद अपने अनुभवों से दूसरों को मार्गदर्शन दे सकें।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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