मुझे फंसाया गया : माधुरी (लीड-2)
मुख्य महानगरीय दंडाधिकारी कावेरी बावेजा की अदालत ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अदालत ने दिल्ली पुलिस से कहा कि वह 53 वर्षीया माधुरी को 15 मई को अदालत में पेश करे।
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार माधुरी ने कहा वह कोई वरिष्ठ अधिकारी नहीं है और पाकिस्तान के अपने संपर्को को संवेदनशील सूचनाएं नहीं भेज सकती। वह पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग में नियुक्त थी। माधुरी ने कहा कि उसने पाकिस्तान में भारत के खुफिया एजेंट्स की पहचान के बारे में जानकारियां दी हैं।
माधुरी के वकील जगमोहन दहिया ने बताया कि पुलिस उनकी मुवक्किल को दो दिन और हिरासत में रखना चाहती थी जिसे अदालत ने खारिज कर दिया। माधुरी को पांच दिन तक पुलिस हिरासत में रखा जा चुका है।
अदालत के एक सूत्र के अनुसार पुलिस माधुरी की हिरासत की अवधि दो दिन और बढ़वाना चाहती थी क्योंकि पुलिस का दावा है कि वह उसे गुमराह करने के लिए अपने बयान बार-बार बदल रही है।
उसके सरकारी गोपनीयता कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
माधुरी को पाकिस्तान को सूचनाएं उपलब्ध कराने के आरोप में गत 27 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। वह कुछ महीने पहले शक के दायरे में आई थी। उसे दक्षेस शिखर बैठक की तैयारी में मदद के बहाने नई दिल्ली बुलाया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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