क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

झारखण्ड संकट : भाजपा ने नेताओं को दिल्ली बुलाया (राउंडअप)

By Staff
Google Oneindia News

भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे ने कहा कि पार्टी ने शिबू सोरेन सरकार से समर्थन वापस लेने के फैसले को फिलहाल टाल दिया है।

उन्होंने कहा कि एक वैकल्पिक सरकार के गठन के बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेता राज्य इकाई के नेताओं से चर्चा करेंगे। इसके लिए झारखण्ड के वरिष्ठ पार्टी नेताओं और विधायकों को दिल्ली बुलाया गया है।

झामुमो के नेता और मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन के भी शनिवार को भाजपा नेताओं से मुलाकात करने की संभावना है।

राज्य के मुख्यमंत्री के लिए नामों के बारे में पूछे जाने पर मुंडे ने कहा कि नेतृत्व पहले यह तय करेगा कि नई सरकार बनानी है या नहीं। इसके बाद मुख्यमंत्री के बारे में संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला लिया जाएगा।

उधर, विधायक टिर्की ने शुक्रवार की शाम पांच बजे राज्यपाल एम.ओ.एच.फारूक से मुलाकात की और राज्य सरकार से समर्थन वापसी का अपना पत्र उन्हें सौंप दिया।

इधर, भाजपा या कांग्रेस के मुद्दे पर झामुमो दो खेमों में बंटता नजर आ रहा है। पार्टी का एक धड़ा भाजपा के साथ बने रहना चाहता है तो दूसरा कांग्रेस से हाथ मिलाने की पैरवी कर रहा है।

वैसे झामुमो अध्यक्ष और राज्य के मुख्यमंत्री शिबू सोरेन पहले ही भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी को पत्र लिखकर कटौती प्रस्ताव पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के पक्ष में मतदान करने पर खेद जता चुके हैं। दूसरी ओर उन्हीं की पार्टी के भीतर इस मुद्दे पर अलग राय उभरकर सामने आई है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक सिमोन मरांडी ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, "सोरेन ने संप्रग के पक्ष के मतदान कर अपनी राय जाहिर कर दी है। उन्होंने अपनी इस राय के विरोध में कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है। हम सोरेन के रुख के साथ हैं और संप्रग का समर्थन करेंगे।"

मरांडी ने कहा, "हेमंत सोरेन सिर्फ शिबू सारेन के पुत्र हैं, हमारे नेता नहीं हैं। भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को समर्थन करने का सवाल ही नहीं है। हम झारखण्ड में संप्रग के नेतृत्व वाली सरकार का साथ देंगे।"

इसी तरह पार्टी के एक और विधायक टेकलाल महतो ने कहा, "हम संप्रग सरकार चाहते हैं। हमें राजग का मुख्यमंत्री मंजूर नहीं है।" दूसरी ओर हेमंत ने मरांडी से मुलाकात की लेकिन उन्होंने अपना रुख नहीं बदला।

उधर, शुक्रवार सुबह भाजपा ने झारखण्ड में सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापसी के फैसले को फिलहाल स्थगित कर दिया है। पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया।

इससे पहले भाजपा ने कटौती प्रस्ताव पर केंद्र सरकार का समर्थन करने के आरोप में सोरेन सरकार से अलग होने का फैसला किया था। उल्लेखनीय है कि विपक्ष द्वारा लाए गए कटौती प्रस्ताव पर हुए मतदान में सोरेन ने कांग्रेस नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के समर्थन में मतदान किया था।

संसदीय बोर्ड की बैठक खत्म होने के बाद नई दिल्ली में भाजपा महासचिव अनंत कुमार ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया, "झारखण्ड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की ओर से दो पत्र भाजपा नेतृत्व को मिले हैं। एक पत्र खुद सोरेन की ओर से और दूसरा उनके पुत्र हेमंत सोरेन की तरफ से आया है। सोरेन ने अपने पत्र में आग्रह किया है कि झारखण्ड के गरीब तबके के हित को ध्यान में रखते हुए राज्य को कांग्रेस के कुशासन में नहीं धकेलना चाहिए और वहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार ही रहनी चाहिए।"

उन्होंने कहा, "29 अप्रैल को हमें हेमंत सोरेन का पत्र मिला। इसमें उन्होंने कहा है कि बीते दो दिनों के राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए झामुमो राज्य में भाजपा के नेतृत्व में सरकार गठन के लिए तैयार है। संसदीय बोर्ड ने इन पर विचार करने के बाद अभी समर्थन वापसी के फैसले को स्थगित कर दिया है। अब हम सोरेन सरकार में शामिल सहयोगी दलों झामुमो, जनता दल (युनाइटेड) और ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) से बातचीत करेंगे और इसके बाद आगे की रणनीति तय होगी।"

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

Comments
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X