कोच्चि के स्वामित्व पर सवालिया निशान : मोदी (लीड-1)
मुंबई, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के कमिश्नर ललित मोदी ने कोच्चि फ्रेंचाइजी को लेकर उठे विवाद के बारे में कहा है कि इस फ्रेंचाइजी के स्वामित्व पर प्रश्न चिन्ह है।
मुंबई में बुधवार को पत्रकारों ने जब थरूर और कोच्चि फ्रेंचाइजी से जुड़े विवाद पर सवाल पूछे तो मोदी ने सीधे टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके पास इस बारे में छुपाने को कुछ भी नहीं है। मोदी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष पहले तलब कर चुके हैं।
मोदी ने कहा कि यह एक छोटा मुद्दा है और आईपीएल के तीसरे संस्करण के पूरा होने के बाद इसे हल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा, "मौजूदा आठों फ्रेंचाइजी के सभी अंशधारकों के बारे में हमें पता है, परंतु कोच्चि फ्रेंचाइजी के स्वामित्व को लेकर अभी कुछ संदेह है। इस फ्रेंचाइजी से जुड़े जिन लोगों ने निविदा संबंधी समझौतों पर दस्तखत किए, मैं नहीं जानता कि वे कौन हैं।"
मोदी ने कहा, "आईपीएल के पूरा होने के बाद आईपीएल प्रशासनिक परिषद के समक्ष मैं अपना पक्ष रखूंगा। हमारे पास कोई छुपा एजेंडा और कोई गुप्त हिस्सेदारी नहीं है।"
यह पूरा विवाद पिछले दिनों उस समय खड़ा हुआ जब मोदी ने कोच्चि फ्रेंचाइजी के सभी मालिकों के नाम ट्विटर पर सार्वजनिक कर दिए। इनमें एक नाम सुनंदा पुष्कर का भी था जो विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर की मित्र हैं। इसी वजह से थरूर भी विवादों में आ गए। थरूर सुनंदा से अपने नजदीकी रिश्ते स्वीकार कर चुके हैं।
बाद में थरूर ने इस मामले पर सफाई देते हुए मोदी को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि मोदी कोच्चि फ्रेंचाइजी को स्वीकृति देने में विलंब कर रहे थे और इसीलिए उन्हें मामले में दखल देना पड़ा था।
दूसरी ओर सुनंदा ने आईएएनएस से कहा कि वह थरूर की दोस्त जरूर हैं लेकिन उनकी प्रतिनिधि नहीं हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*