खुदीराम के समाधि स्थल पर शौचालय
पटना, 6 मार्च (आईएएनएस)। स्वाधीनता सेनानी खुदीराम बोस की मुजफ्फरपुर स्थित समाधि स्थल पर शौचालय बनाए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है। निर्दलीय विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने इस मामले को विधानसभा में उठाया।
मुन्ना ने शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान इस मामले को उठाते हुए कहा था कि चंदवारा बर्निंग घाट पर, जहां खुदीराम बोस का अंतिम संस्कार किया गया था वहां शौचालय बना दिया गया है। मुजफ्फरपुर क्लब के पश्चिमी गेट पर जहां शहीद बोस ने किंग्सफोर्ड पर बम फेंका था, उस जगह पर मुर्गी बेचने की दुकान खुल गई है।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल की संस्था वीर सावरकर फाउंडेशन ने पिछले दिनों इस स्थिति से राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अवगत कराया था। फाउंडेशन के महासचिव श्याम सुंदर पोद्दार ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा था कि खुदीराम बोस से जुड़े मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारागार का फांसी स्थल, मुजफ्फरपुर क्लब का पश्चिमी गेट, तथा चंदवारा स्थित पुराना श्मशान घाट जहां शहीद का अंतिम संस्कार किया गया था, आज बदहाल हैं।
इस पत्र के मिलने के बाद सरकार हरकत में आ गई है। मुजफ्फरपुर नगर निगम के आयुक्त अवधेश कुमार ने जिला प्रशासन से इस मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी है।
इधर, खुदीराम बोस स्मारक समिति के संयोजक डॉ़ सतीश पटेल बताते हैं कि यह तो सच है कि शहीद खुदीराम बोस का चंदवारा बर्निंगघाट पर अंतिम संस्कार किया गया था। वह कहते हैं कि सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इन ऐतिहासिक स्थलों की पहचान भी एक बड़ी बात है।
उन्होंने कहा कि क्लब गेट के पास से बम फेंकने की बात अटपटी लगती है। मेरी जानकारी के मुताबिक वर्तमान में बने खुदीराम बोस स्मारक स्थल के समीप एक वृक्ष था जहां से किंग्सफोर्ड पर बम फेंका गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।