सऊदी यात्रा में दोनों देशों के बीच खुलेंगे सहयोग के नए द्वार : प्रधानमंत्री
यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने एक बयान में कहा कि वह सऊदी अरब के शाह अब्दुल्ला बिन अब्दुलअजीज अल सऊद के साथ इस क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा बढ़ाने के उपायों पर बातचीत करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच सुरक्षा, रक्षा क्षेत्र, विज्ञान, तकनीक, अंतरिक्ष, मानव संसाधन व विकास और ज्ञान आधारित उद्योगों में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। इसके अलावा आतंकवाद के मुद्दे पर भी बातचीत की जाएगी।
मनमोहन सिंह भारत के तीसरे प्रधानमंत्री हैं, जो सऊदी अरब की यात्रा पर जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्तों की यह जीवंतता शाह अबदुल्ला की 2006 में भारत यात्रा के बाद आई है। उस यात्रा में उन्हें गणतंत्र दिवस का मुख्य अतिथि बनाया गया था। इसी दौरान दोनों देशों ने दिल्ली घोषणा पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत द्विपक्षीय रिश्तों को बढ़ाने के अलावा कई क्षेत्रों में समझौतों की सहमति बनी थी।
मनमोहन सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र में सऊदी अरब भारत के लिए सबसे बड़ा और विश्वसनीय ईंधन आपूर्ति करने वाला देश है।
उन्होंने कहा, "हमारे बीच व्यापार और निवेश संबंधों में विकास हुआ है लेकिन यह दोनों अर्थव्यवस्थाओं की क्षमता की तुलना में अभी काफी कम है। इसमें विस्तार की काफी गुंजाइश है।"
प्रधानमंत्री के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी जा रहा है, जिसमें केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद और विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर शामिल हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।