तीसरी पीढ़ी की राजनीतिक विरासत को संभाल रहे थे अभय सिंह
अभय अपने परिवार के तीसरे पीढ़ी के नेता थे। वह जमुई क्षेत्र से दो बार विधायक चुने गए थे। अपने क्षेत्र में उनकी अपार लोकप्रियता का प्रमाण इससे ही मिल जाता है कि पूरे जमुई क्षेत्र के लोग उनके आत्महत्या की खबर सुनते ही शोक में डूब गए।
अभय राज्य के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री एवं राज्य के कद्दावर नेता नरेंद्र सिंह के दूसरे पुत्र थे। नरेंद्र सिंह लालू प्रसाद की सरकार में भी स्वास्थ्य मंत्री का पद संभाल चुके हैं तथा उन्होंने जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था।
जमुई के गिद्घौर के रहने वाले अभय के दादा श्रीकृष्ण सिंह भी सोसलिस्ट पार्टी से बिहार के मंत्री रह चुके हैं। अभय की शादी पटना के बोरिंग रोड स्थित एक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी (सेवानिवृत्त) की पुत्री सोनी सिंह के साथ वर्ष 2005 में जमुई के एक स्टेडियम में बड़ी धूमधाम से की गई थी। उनकी दो पुत्रियां खुशी(4 वर्ष) और राशि (पांच माह) थीं।
उल्लेखनीय है कि विधायक अभय ने शुक्रवार को तड़के अपने सरकारी आवास में पत्नी और छोटी बच्ची राशि गोली मारने के बाद खुदकुशी कर ली। घटना के समय उनकी बड़ी बेटी खुशी अपनी दादी के साथ थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।