कॉरपोरेट गवर्नेस पर केंद्रित होगा ब्रिक अर्थव्यवस्थाओं का सम्मेलन
टोरंटो, 26 फरवरी (आईएएनएस)। ब्रिक (ब्राजील, रूस, भारत और चीन) अर्थव्यवस्थाओं की जून में होने वाले शिखर सम्मेलन का मुख्य एजेंडा कॉरपोरेट गवर्नेस होगा।
इसके आयोजक इंटरनेशनल कॉरपोरेट गवर्नेस नेटवर्क (आईसीजीएन) ने गुरुवार को बताया कि तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन 7 जून से शुरू होगा।
कुल 450 नेता और 45 देश आईसीजीएन के सदस्य हैं। इस संगठन का उद्देश्य दुनियाभर में कॉरपोरेट गवर्नेस के स्तर को बढ़ावा देना है। इसके ज्यादातर सदस्य संस्थागत निवेशक हैं, जिनके तहत 9.5 खरब डॉलर के कोष का प्रबंधन होता है।
शिखर सम्मेलन में कॉरपोरेट गवर्नेस की महत्ता व भारत, चीन, रूस और ब्राजील जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में इसकी भूमिका पर चर्चा की जाएगी।
सम्मेलन के सह-अध्यक्ष डेविड बेट्टी ने कहा, "कॉरपोरेट गवर्नेस के मुद्दे पर इस साल के शिखर सम्मेलन में विश्व के शीर्ष नेता एक मंच पर होंगे, जहां उभरती ब्रिक अर्थव्यवस्थाओं समेत वैश्विक पूंजी बाजार की नई प्रवृत्तियों पर चर्चा होगी।"
उन्होंने कहा, "हमने पिछले दिनों वैश्विक आर्थिक मंदी देखी है जिससे दुनिया भर में उद्योग धंधों पर प्रतिकूल असर पड़ा। वैश्विक मंदी के बाद अच्छे कॉरपोरेट गवर्नेस की महत्ता पर शिखर सम्मेलन के दौरान बहस होगी।"
उन्होंने कहा, "अब हम परंपरागत कॉरपोरेट गवर्नेस को पीछे छोड़ रहे हैं और पूंजी बाजार पर ध्यान लगा रहे हैं इससे कॉरपोरेट गवर्नेस के महत्व का प्रश्न उठ खड़ा हुआ है।"
आईसीजीएन के अध्यक्ष क्रिस्टियाना वुड कहते हैं, "केवल विनियामक विकास पूंजी बाजार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त नहीं है। शिखर सम्मेलन में इस मुद्दे पर सार्थक चर्चा होना बहुत आवश्यक है।"
शिखर सम्मेलन के दौरान इस मुद्दे पर 60 से ज्यादा वक्ता अपने विचार रखेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।