कर्नाटक में बच्चों को शिक्षित करने के लिए आगे आए युवा
बेहद गरीबी के चलते ये दोनों लड़कियां स्कूल छोड़ने की योजना बना रही थीं तभी एक जादू हुआ और युवाओं का एक समूह उनकी शिक्षा में मदद के लिए सामने आया।
स्वयंसेवी युवा संगठन 'जन सहयोग फाउंडेशन' (जेएसएफ) के नए कार्यक्रम 'एक वर्ष तक एक बच्चे की शिक्षा' के तहत गरीब बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है।
इस साल पांच सितम्बर से शुरू हुए इस कार्यक्रम के तहत जेएसएफ का एक साल में राज्यभर के गरीब परिवारों के 1,100 बच्चों को शिक्षित बनाने का लक्ष्य है।
एम. एस. रमैया प्रौद्योगिकी संस्थान, बेंगलुरू से हाल ही में इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री प्राप्त कर चुके जेएसएफ के संयोजक शाह फैजल ने आईएएनएस से कहा, "सुविधाहीन बच्चों की शिक्षा में सहायता के लिए हम इन बच्चों को आर्थिक मदद देने के साथ इन्हें बस्ते, किताबें-कॉपियां और अन्य अध्ययन सामग्री भी उपलब्ध करा रहे हैं।"
फैजल ने कहा, "फाउंडेशन का मकसद हमारे समाज में सामाजिक एवं आर्थिक बदलाव लाने के लिए देश के युवाओं को इसमें शामिल करना है। गरीब बच्चों की शिक्षा में मदद करना हमारी नई पहल है। शिक्षा हासिल करना इन बच्चों का मौलिक अधिकार है।"
उन्होंने कहा, "यह कार्यक्रम शुरू होने के दो महीने के अंदर ही बेंगलुरू के 265 बच्चों तक इसकी मदद पहुंचने लगी है। अब हम 1,100 बच्चों तक मदद पहुंचाने के लक्ष्य के साथ कनार्टक के अन्य हिस्सों में इसकी शुरूआत करेंगे।"
फाउंडेशन की इस पहल को बेंगलुरू की आईटी कंपनी आईबीएम से वित्तीय मदद मिल रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
**