नेपाल का दौरा करेंगे कृष्णा (लीड-1)
कृष्णा तीन दिवसीय दौरे पर संभवत: 15 जनवरी को नेपाल पहुंचेंगे। इस दौरान वह नेपाली प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल और दोनों उप प्रधानमंत्रियों से भी मिलेंगे। इनमें से एक उपप्रधानमंत्री सुजाता कोइराला नेपाल की विदेश मंत्री भी हैं।
विदेश मंत्री नेपाल के अन्य महत्वपूर्ण राजनीतिक दलों के प्रमुखों से भी मिलेंगे। उनका प्रचंड से भी मिलने का कार्यक्रम है। प्रचंड का यह आरोप रहा है कि भारत नेपाल के आंतरिक मामलों में दखल देता है।
इस बीच नेपाल में माआवोदी भारत विरोधी अपने रूख पर कायम हैं। माओवादी पार्टी के मुखपत्र 'जनदिशा' ने कहा कि पड़ोसी देश ने हमेशा नेपाल में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन में बाधा डाली है ताकि यह आंदोलन सकारात्मक अंत तक न पहुंच सके।
'जनदिशा' के अपने सोमवार के अंक में पहले पृष्ठ पर ही भारत के खिलाफ काफी कुछ लिखा गया है। अखबार का कहना है कि चार साल पहले तत्कालीन नरेश ज्ञानेंद्र के आपातकाल लगाने के पीछे भारत का हाथ था।
अखबार ने कहा, "एक बार फिर भारत नेपाल की मौजूदा सरकार को संरक्षण देने की कोशिश में है जबकि इस सरकार को जनता खारिज कर चुकी है। भारत इस सरकार को पूरा समर्थन दे रहा है।"
माओवादियों के भारत विरोध को देखते हुए भी कृष्णा का यह दौरा बेहद अहम होगा। हाल ही में कोपेनहेगन सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नेपाली प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल को भारत के पूरे सहयोग का भरोसा दिलाया था।
कृष्णा से पहले बीते साल नवंबर में तत्कालीन विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने नेपाल का दो दिवसीय दौरा किया था। उस दौरान दोनों देशों के बीच नई प्रत्यर्पण संधि सहित कुछ जटिल मुद्दों पर चर्चा की गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।