चोरी के आरोप में थाने में बालिका की पिटाई (लीड-1)
पुलिसवालों ने बाल पकड़कर बच्ची को उठाया, उसके कान मरोड़े और उसे थप्पड़ लगाए। इस पूरे वाकये को टेलीविजन कैमरे में कैद कर लिया गया। पूरे देश के टेलीविजन दर्शक इस दृश्य को देखकर सकते में आ गए।
इटावा के पुलिस प्रमुख के.एस. सिंह ने आईएएनएस से कहा, "हमने पहले ही जसवंतनगर के एसएचओ (स्टेशन हाउस अफसर) चंद्रपाल सिंह को निलंबित कर दिया है। इस घटना में शामिल एक अन्य इंस्पेक्टर को बर्खास्त कर दिया गया है।" उन्होंने कहा कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
कोमल की मां ने पुलिस पर अपनी बेटी को गलत तरीके से हिरासत में रखने और पिटाई करने का आरोप लगाया है।
उसने कहा कि मैंने कोमल को 15 रुपये देकर बाजार भेजा था लेकिन सोमवार शाम को जब वो घर वापस लौटी तो उसके चेहरे और हाथ पर चोटों के कई निशान थे। राजकली ने दावा किया कि उसकी बेटी कोमल के काफी बाल उखड़ गए हैं।
जसवंतनगर ने एसएचओ चंद्रपाल सिंह ने कहा कि अंजु नामक एक 17 या 18 वर्ष की किशोरी कोमल को थाने में लेकर आई और उस पर साइकिल पर टंगे बटुए को चुराने का आरोप लगाया।
अंजु ने कहा कि कोमल ने बटुए को एक बच्चे को दे दिया,जो उसे लेकर भाग गया।
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) बृजलाल ने कहा कि घटना में शामिल सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुसूचित जाति/जनजाति कानून के प्रावधानों के साथ ही एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
बृजलाल ने कहा कि अंजु के आरोपों की भी जांच की जा रही है, यदि वे गलत पाए गए तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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