पाकिस्तान को 15 अरब डॉलर की अमेरिकी सहायता का नुकसान संभव
इस विधेयक के तहत 1.5 अरब डॉलर की अमेरिकी सहायता इसी वर्ष पाकिस्तान को मिलने वाली थी।
समाचार पत्र 'डॉन' के अनुसार सीनेट की विदेश समिति ने विधेयक के वैधानिक रूप से समाप्त होने की पुष्टि कर दी है। सीनेट विदेश समिति के प्रवक्ता ने अखबार को बताया कि नए विधेयक को लाने के बारे में कोई समय सीमा तय नहीं है।
उधर अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत हुसैन हक्कानी ने जियो टीवी से कहा कि विधेयक को उपेक्षित नहीं किया गया है और यह भविष्य में पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों का एक जरूरी हिस्सा है। उन्होंने जोर दिया कि विधेयक का समाप्त होना केवल एक तकनीकी मामला है इसे शीघ्र ही फिर से पेश किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि विधेयक एस-3263 को आमतौर पर बिडेन-लुगार बिल के नाम से जाना जाता है। इसे सीनेट की विदेश समिति के तत्कालीन अध्यक्ष जो बिडेन ने पेश किया था जो इस समय उपराष्ट्रपति हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।