श्रीलंका में युद्ध क्षेत्र से 200 नागरिक बाहर निकाले गए (लीड-1)
इस बीच श्रीलंकाई सेना के प्रवक्ता उदय नयनक्कारा कहा कि केवल गत दो महीने में 1,500 तमिल विद्रोही मारे गए और 150 सैनिक शहीद हो गए।
मुल्लैतिवु क्षेत्र में सेना लगातार आगे बढ़ रही है और उसका लिट्टे विद्रोहियों के साथ भीषण संघर्ष जारी है।
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता गार्डन विस ने आईएएनएस से गुरुवार को कहा, "पुथुकुडियरुप्पू क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोगों ने युद्ध क्षेत्र की सीमा को पार किया। ठीक-ठीक आंकड़े नहीं मिल पाए हैं। लेकिन इस दल में 200 से अधिक नागरिक थे। इसमें 50 अधिक घायल बच्चे थे। "
उन्होंने कहा कि लोगों के उस क्षेत्र से बाहर निकलने के मद्देनजर सेना और लिट्टे ने कुछ देर के लिए गोलीबारी रोक दी थी।
विस ने कहा कि हम घायलों की मदद के लिए सोमवार से ही लिट्टे के संपर्क में थे लेकिन इस संबंध में गुरुवार को उसकी तरफ हरी झंडी मिल सकी।
श्रीलंकाई सेना के प्रवक्ता उदय नयनक्कारा के हवाले से बताया कि श्रीलंका में तमिल विद्रोही संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) और सेना के बीच संघर्ष में गत तीन वर्षो में 13,000 तमिल विद्रोही मारे गए जबकि 3,700 सैनिकों की मौत हो गई।
इससे पहले श्रीलंका सरकार ने कहा था कि सेना ने लिट्टे के कब्जे वाले लगभग 95 फीसदी ठिकानों पर नियंत्रण कर लिया गया है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता खेलिया रामबुकेवाल ने कहा कि लिट्टे पर सेना की जीत श्रीलंका की दूसरी आजादी होगी।
रामबुकेवाला ने यह नहीं बताया कि लिट्टे के प्रभुत्व वाले मुल्लैतिवु जिले पर सेना कब नियंत्रण कर लेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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