प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार, जल्द काम पर लौटने की इच्छा जताई
नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्वास्थ्य में उम्मीद से अधिक सुधार हो रहा है। उन्होंने जल्दी काम पर लौटने की इच्छा व्यक्त की है।
प्रधानमंत्री की बाइपास सर्जरी में 11 सदस्यीय चिकित्सकों की टीम का नेतृत्व करने वाले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान (एम्स) के कार्डियो वैस्कुलर एंड थोरेसिक सेंटर के प्रमुख संपत कुमार ने रविवार को यहां संवाददाताओं से कहा, "प्रधानमंत्री की हालत में अपेक्षा से अधिक सुधार है और हम उम्मीद करते हैं कि इसी गति से उनकी हालत में सुधार जारी रहेगा। "
उन्होंने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही उन्हें गहन निगरानी की जरूरत नहीं रह जाएगी। उन्हें सोमवार को बेड पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा।"
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ऑपरेशन के बाद रविवार को पहली बार अपने पारिवारिक सदस्यों से बातचीत की। रविवार को ही उन्हें वेंटिलेटर से अलग किया गया।
इसके साथ ही उन्होंने नारियल का पानी व फल का जूस भी लिया। लेकिन सिंह ने इच्छा जताई कि वह फिलहाल पारिवारिक सदस्यों के अलावा किसी बाहरी व्यक्ति से नहीं मिलना चाहते।
डॉक्टरों के अनुसार मनमोहन सिंह ने यथासंभव जल्द से जल्द काम पर लौटने की इच्छा जताई है।
इसके पहले डॉक्टरों ने कहा था कि प्रधानमंत्री को चार से छह हफ्ते तक आराम करना पड़ सकता है।
संपत कुमार ने कहा, "हम सुबह जब प्रधानमंत्री से मिले तो उन्होंने जल्द से जल्द काम पर लौटने की इच्छा जाहिर की।"
ऑपरेशन के मुख्य सर्जन रमाकांत पंडा ने कहा, "वह सामान्य बातचीत कर रहे हैं। उनका ईसीजी सामान्य है और वह पूरी तरह चैतन्य हैं। वह काम पर लौटने की बार-बार इच्छा व्यक्त कर रहे हैं।"
यह पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री काम पर कब लौटेंगे, पंडा ने कहा, "यह निर्णय प्रधानमंत्री को लेना है। हम उन्हें जल्द से जल्द अस्पताल से छुट्टी देने की उम्मीद करते हैं।"
संपत कुमार ने कहा, "कम से कम अगले तीन-चार दिनों तक वह आईसीयू में रहेंगे। फिलहाल वह तरल भोजन ही ले रहे हैं। शाम तक उन्हें अर्ध ठोस भोजन दिया जाएगा और सोमवार की सुबह वह पूरी तरह ठोस भोजन ले सकते हैं।"
कुमार के अनुसार मनमोहन सिंह एम्स के इलाज से काफी प्रभावित हैं।
कुमार ने यहां मनमोहन सिंह के शब्दों को दोहराया, "मैंने एम्स को इसलिए चुना क्योंकि मुझे आप सबकी क्षमताओं पर भरोसा है। मैं एम्स पर विश्वास करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करता हूं। मैं आशा करता हूं कि यहां मुझे जिस स्तर की सुविधा मिली हैं, वही सुविधा एक सामान्य आदमी को भी मिलेगी।"
एम्स के चिकित्सा अधीक्षक डी.के.शर्मा ने इसके पहले कहा था, "प्रधानमंत्री अगले 46-48 घंटों तक गहन चिकित्सा कक्ष में रहेंगे। इसके बाद उन्हें गहन निगरानी से अलग कर दिया जाएगा।"
उधर, प्रधानमंत्री कार्यालय में मीडिया सलाहकार दीपक संधू ने आईएएनएस को बताया, "प्रधानमंत्री की हालत स्थिर है और उनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है। डॉक्टर, प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य में हो रहे सुधार से संतुष्ट हैं।"
इस बीच दुनियाभर के नेताओं ने मनमोहन सिंह के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। नेताओं ने शुभकामना संदेश व गुलदस्ते भेजे हैं।
इन नेताओं में पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी तथा ब्रिटिश प्रधानमंत्री गार्डन ब्राउन शामिल हैं।
संधू ने कहा, "हमें अपने पड़ोसी देश के साथ ही ब्रिटिश प्रधानमंत्री की ओर से शुभकामना के रूप में संदेश व बुके प्राप्त हुए हैं।"
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री को शनिवार सुबह साढ़े सात बजे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया था।
प्रधानमंत्री का आपरेशन एम्स के कार्डियो वैस्कुलर एंड थोरेसिक सेंटर के प्रमुख संपत कुमार के निर्देशन में हुआ जबकि मुख्य सर्जन की भूमिका मुंबई के एशियाई हृदय रोग संस्थान के उपाध्यक्ष रमाकांत पांडा ने निभाई।
पांडा के अनुसार प्रधानमंत्री छह हफ्ते में पूरी तरह स्वस्थ्य हो जाएंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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