राहुल के साथ मिलिबैंड ने दलित परिवार के घर बिताई रात (लीड-1)
मिलिबैंड और राहुल बुधवार की रात अमेठी जिले के भेतवा प्रखंड के एक गांव सेमरा पहुंचे जहां उन्होंने करमा नामक एक ग्रामीण महिला की झोपड़ी में रात बिताई। राहुल गांधी भी इसी गांव में एक अन्य ग्रामीण महिला शिवकुमारी की झोपड़ी में ठहरे।
राहुल के अचानक पहुंचने से 42 वर्षीय शिवकुमारी हतप्रभ थीं। उन्होंने कहा, "राहुल और उनके साथ एक अंग्रेज को देखकर मैं तो कुछ बोल ही नहीं सकी। मैं पूरी रात सो नहीं सकी। दोनों करीब 11.30 बजे के बाद मेरे घर पहुंचे और रात भर रहे।"
उसने बताया, "मिलिबैंड ने तकनीकी विकास, शिक्षा की स्थिति और मौजूदा चुनौतियों के बारे में जानना चाहा। हमारी बातचीत के दौरान राहुल ने दुभाषिए की भूमिका निभाई।"
स्थानीय नागरिकों ने बताया, "मिलिबैंड करमा के घर भी गए और किसानों से बातचीत की।"
अपने रात्रि प्रवास के दौरान मिलिबैंड ने ग्रामीण महिलाओं से कई मुद्दों पर बातचीत की। चूंकि मिलिबैंड केवल अंग्रेजी समझते हैं और ग्रामीण महिलाओं को अंग्रेजी का ज्ञान नहीं है इसलिए राहुल ने दुभाषिए की भूमिका निभाई।
बातचीत के दौरान मिलिबैंड ने महिलाओं से पूछा कि वे अंग्रेजी भाषा को किस नजरिए से देखती हैं? इस पर एक बुजुर्ग महिला ने उठकर कहा, "हम अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से ही शिक्षा दिला रहे हैं क्योंकि आजकल इसके बिना आगे बढ़ना संभव नहीं है।"
मिलिबैंड ने सेमरा के निवासियों को बताया कि ब्रिटेन में करीब 15,00000 भारतीय रह रहे हैं और वे वहां हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
कांग्रेस की उत्तरप्रदेश इकाई के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने आईएएनएस को बताया, "राहुल और मिलिबैंड के ठहरने के लिए उत्तम व्यवस्था की गई थी, लेकिन उन्होंने गांव की झोपड़ी में ही रात बिताना पसंद किया ताकि वे गांव-गरीबी को बेहतर तरीके से समझ सकें।"
मिलिबैंड व राहुल बुधवार रात करीब 10.30 बजे सेमरा पहुंचे जहां राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट की मदद से चल रहा महिलाओं का एक स्वयं सहायता समूह उनके स्वागत के लिए मौजूद था। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद थे जिनमें अधिकांश दलित थे।
मिलिबैंड और राहुल गुरुवार सुबह पांच बजे तक इस गांव में रहे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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