उप्र अभियंता हत्याकांड : योगेंद्र दोहरे 19 जनवरी तक पुलिस रिमांड में
गत 24 दिसम्बर को हुई मनोज गुप्ता की हत्या के बाद से लगातार लापता योगेंद्र दोहरे ने मंगलवार को औरैया जिला न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
उल्लेखनीय है कि योगेंद्र दोहरे उर्फ भाटिया की सही पहचान कर पाने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी थी, जब पुलिस ने खुलासा किया कि भाटिया ही दोहरे है तो बसपा प्रमुख मायावती को उसे जिलाध्यक्ष के पद से हटाना पड़ा था और पुलिस ने उस पर 2500 रुपये का इनाम घोषित कर दिया था।
सूत्रों के मुताबिक योगेंद्र दोहरे उर्फ भाटिया विधायक शेखर तिवारी के करीबियों में से एक था और मनोज गुप्ता की हत्या के समय वह भी विधायक के साथ मौके पर मौजूद था।
हत्या के 10 आरोपियों में योगेंद्र दोहरे के अलावा बसपा विधायक शेखर तिवारी, मनोज अवस्थी, रामबाबू लोधी और विनय तिवारी समेत छह पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं, तीन अभी फरार हैं जिनमें एक विधायक शेखर की पत्नी विभा तिवारी भी शामिल हैं। पुलिस द्वारा गत 3 जनवरी को सभी 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।
उत्तरप्रदेश पुलिस प्रमुख विक्रम सिंह के मुताबिक विधायक शेखर तिवारी व गिरफ्तार अन्य आरोपी पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कबूल कर चुके हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।