आतंकवाद के खिलाफ सघन निगरानी और त्वरित कार्रवाई जरूरी : चिदंबरम
आंतरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों और पुलिस महानिदेशकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "गृहमंत्री के रूप में मेरा 36 दिनों का अनुभव यही कहता है कि हमें आतंकवाद को पराजित करने के लिए दो लक्ष्यों को ध्यान में रखना चाहिए। पहला लक्ष्य है सघन निगरानी और दूसरा है त्वरित कार्रवाई।"
मुंबई आतंकवादी हमलों को दहशतगर्दी का चरम करार देते हुए चिदंबरम ने कहा कि भय से राष्ट्र की ऊर्जा का क्षरण होता है। लोगों की सुरक्षा से बढ़कर दूसरी कोई और जिम्मेवारी नहीं हो सकती। आजादी और समानता का अर्थ तभी है जब लोगों में सुरक्षा की भावना हो।
उन्होंने इस चुनौती से निपटने की दिशा में मल्टी एजेंसी सेंटर(एमएसी) के गठन को अहम फैसला करार दिया। गृहमंत्री ने कहा, "एक जनवरी से एमएसी ने काम करना शुरु कर दिया है। यह दूसरी एजेंसियों के साथ खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए अधिकृत है।"
उन्होंने राज्यों की पुलिस को सशक्त बनाए जाने की जरूरत पर बल दिया। पुलिस बलों में रिक्त पदों को भरने में हो रही देरी पर उन्होंने चिंता जताई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।