अभियंता हत्याकांड: विधायक शेखर तिवारी ने जुर्म कबूला
राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक(कानून-व्यवस्था) बृजलाल ने शुक्रवार को लखनऊ में पत्रकारों को बताया, "आरोपी विधायक ने पूछताछ में अभियंता मनोज गुप्ता की हत्या की बात स्वीकार कर ली है। विधायक ने माना है कि हत्या की वजह अभियंता द्वारा कमीशन न देना और ठेकेदारी के बिलों पर दस्तखत न करना था। शेखर तिवारी ने यह भी स्वीकार किया है कि दिवंगत मनोज गुप्ता से पहले वहां तैनात हर अभियंता उसे नियमित रूप से कमीशन देता था"
उधर, हत्या से बाद से फरार विधायक शेखर तिवारी की पत्नी विभा तिवारी के बारे में बृजलाल ने बताया कि हत्या से जुड़े सबूत मिटाने के मामले में विभा से पूछताछ की जाएगी। हत्या में उपयोग किए जाने वाले डंडे और बिजली के तार बरामद कर लिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि गत 23 दिसंबर की रात को राज्य लोक निर्माण विभाग के अभियंता मनोज गुप्ता की कथित तौर पर चंदा उगाही की रकम न देने पर बसपा विधायक शेखर तिवारी द्वारा हत्या करवा दी गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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