दो दिन पहले नरीमन आये थे आतंकी
आतंकी पासपोर्ट संबंधी प्रक्रिया पूरी कराने का झांसा देकर यहां आये थे। नरीमन हाउस में मौजूद इजरायली कार्यालय से नागरिकों को पासपोर्ट आदि के लिए मदद की जाती है।
सूत्रों के मुताबिक ताज और ओबेराय होटल सहित विभिन्न स्थानों पर हमले से पहले आतंकियों ने अलग-अलग टुकड़ियां बनाई थीं। आतंकियों ने पूरी योजना के साथ नरीमन हाउस में रहने वाले लोगों को बंधक बनाया था। आतंकी स्पीड बोट से कफ परेड के समुद्री किनारे तक आए थे और वहां से वाहन द्वारा नरीमन हाउस पहुंचे थे। इसके बाद ही यहां पर आतंक का तांडव शुरू हुआ था।
जांच एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि आतंकियों को होटल ताज के लेआउट के बारे में पूरी जानकारी थी। यह भी बताया जा रहा है कि आतंकियों ने होटलों के अंदर पहले ही अपना कंट्रोल रूम बनाया था। इससे यह सिद्ध होता है कि आतंकी पहले से ही शहर में थे।
यह पहले ही सिद्ध हो चुका है कि कुछ आतंकवादी शहर में पिछले कुछ महीने पहले आये थे और यहां छात्र के रूप में रह रहे थे। पकड़े गये आतंकवादी ने बताया है कि उसके नौ साथियों ने कोलाबा में एक अपार्टमेंट में फ्लैट किराये पर लेकर कुछ दिन तक रहे थे।
यही नहीं आतंकियों ने पहले भी होटल ताज और ओबरॉय का दौरा किया था। अधिकारियों के मुताबिक कम से कम दस आतंकी मुंबई में समुद्री रास्ते से दाखिल हुए थे। इन लोगों ने एक छोटे जहाज को अगवा कर उसे यहां आने का जरिया बनाया।
जिन
मछुआरों
ने
आतंकियों
को
यहां
आने
में
मदद
की,
उन्हें
भी
आतंकियों
ने
मार
दिया।
बताया
जा
रहा
है
कि
कुल
16
आतंकवादियों
ने
मिलकर
इस
वारदात
को
अंजाम
दिया।