आतंक की कहानी बयां कर रहा है ताजमहल होटल
मुंबई, 29 नवंबर (आईएएनएस)। सुरक्षा बलों का 'ब्लैक टारनेडो' अभियान समाप्त हो चुका है। लगभग तीन दिनों तक आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच चली सांस रोक देने वाली कार्रवाई का गवाह बना मुंबई का ऐतिहासिक ताज महल होटल लगभग उजड़ गया है।
देश और दुनिया भर के पर्यटकों तथा गणमान्य लोगों से गुलजार रहने वाला यह होटल आज आतंक की कहानी बयां कर रहा है।
होटल की मखमली कालीनों और संगमरमरी फर्श पर खून ही खून बिखरा हुआ है। 565 कमरों वाले इस आलीशान होटल के हर कोने में मौत का सन्नाटा पसरा है और चारों ओर बर्बादी का मंजर है।
होटल के रेस्टोरेंट से लेकर रसोईघर तक और कमरों से लेकर सम्मेलन हॉल तक हर जगह आग से जलीं और टूटी-फूटीं चीजें बिखरी हुई हैं।
इस सात मंजिले होटल में जहां कभी डिजायनर जूते पहने लोग घूमा करते थे, आज खून से सने जूते-चप्पल पड़े हैं और घटना की गंभीरता बयां कर रहे हैं।
बमबारी के कारण टूटे होटल की खिड़कियों के शीशे अपने आप में एक अलग ही दास्तां कह रहे हैं।
ऐसा नहीं है कि यहां ऑपरेशन का काम पूरी तरह खत्म हो चुका है। आतंकियों के मारे जाने के बाद सुरक्षा बलों के जवान होटल के अंदर ग्रेनेड और अन्य गोला-बारूद खोज रहे हैं। अग्निशमन बलों की असल भूमिका भी अब शुरू हो चुकी है, जो होटल के चप्पे-चप्पे में लगी आग को बुझाने का प्रयास कर रहे हैं।
लगभग साठ घंटे के ऑपरेशन के बाद इस होटल को आतंकवादियों से मुक्त कराया गया है। मुंबई हमले में लगभग 150 लोगों की जान गई है जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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