मुंबई हमले: कहां थी समुद्री पुलिस?
वर्ष 2007 में गठित किए गए समुद्री पुलिस बल को अभी पूरी तरह सुसज्जित करना बाकी है। ज्ञात हो कि समुद्री पुलिस के जवानों को विभिन्न राज्यों की पुलिस से चुन कर लिया जाता है। इन पुलिस कर्मियों पर देश के समुद्री तट से समुद्र के भीतर 10 किलोमीटर के दायरे की चौकसी की जिम्मेदारी होती है। समुद्री पुलिस एक तरह से देश की पहली सुरक्षा रेखा के रुप में होता है।
तट रक्षक प्रवक्ता कमांडेंट कुलप्रीत यादव ने आईएएनएस को बताया, "राज्य से चुन कर आने वाले पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण एक सतत जारी रहने वाली प्रकिया है। अभी तक हमने 1,000 से भी अधिक राज्य पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया है।''
समुद्री पुलिस के लिए 73 तटीय पुलिस स्टेशन, 97 चेक पोस्ट, 58 आउटपोस्ट व 30 बैरक बनाने की मंजूरी दी जा चुकी है। एक वरिष्ठ तट रक्षक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "मंजूर किए गए 73 तटीय पुलिस स्टेशनों में लगभग 58 स्टेशनों ने काम करना शुरू कर दिया हैं।''
समुद्री तटों पर तथा समुद्र के अंदर चौकसी बढ़ाने के लिए तटीय पुलिस स्टेशनों को 204 नावों, 149 जीपों व 312 मोटरसाइकिलों से लैश करने की योजना है। एक तट रक्षक अधिकारी के अनुसार पुलिसकर्मियों को पोत के संचालन व मरम्मत का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
ज्ञात हो कि देश के पश्चिमी हिस्से के तटीय क्षेत्र ज्यादा संवेदनशील हैं। महाराष्ट्र व गुजरात राज्य अरब सागर से लगे हुए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।