छोटे उद्योगों पर पड़ने पर लगा है आर्थिक मंदी का असर
नई दिल्ली, 12 नवंबर (आईएएनएस)। देश के छोटे उद्योगों पर भी आर्थिक मंदी का असर दिखने लगा है तथा छोटे और मझोले दर्जे की अनेक औद्योगिक इकाइयां या तो बंद हो गई हैं या उन्होंने उत्पादन में कटौती की है।
नई दिल्ली, 12 नवंबर (आईएएनएस)। देश के छोटे उद्योगों पर भी आर्थिक मंदी का असर दिखने लगा है तथा छोटे और मझोले दर्जे की अनेक औद्योगिक इकाइयां या तो बंद हो गई हैं या उन्होंने उत्पादन में कटौती की है।
बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा नए ऋण देने की अनिच्छा के चलते सरकार द्वारा तरलता बढ़ाने के लिए किए गए उपाय भी इन उद्योगों के लिए मददगार साबित नहीं हुए हैं।
उत्तरी दिल्ली में एक छोटी सी कांच फैक्टरी चलाने वाले उद्यमी ब्रिजेश अहिरवाल ने कहा, "सरकार ने तरलता बढ़ाने के लिए कुछ उपाय किए होंगे लेकिन उनसे केवल बड़े व्यापारिक घरानों को मदद मिली है या उन कंपनियों को जिनकी साख अच्छी है।"
पिछले दिनों अपना उत्पादन 50 फीसदी से अधिक घटा चुके अहिरवाल कहते हैं कि बैंक हमें ऋण देने के इच्छुक नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि देश की कुल औद्योगिक इकाइयों में से 90 फीसदी छोटे और मझोले उद्योगों से संबंधित हैं। इन उद्योगों का विनिर्माण क्षेत्र में 40 फीसदी और निर्यात में 35 फीसदी योगदान है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।