कश्मीर घाटी के 10 जिलों में कर्फ्यू लागू, सुरक्षाबल तैनात (लीड-2)
श्रीनगर, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। अलगाववादी नेताओं के धरना प्रदर्शन करने की योजना से एक दिन पहले रविवार को कश्मीर घाटी में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया। घाटी के सभी 10 जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है।
इस बीच जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख मुहम्मद यासीन मलिक को गिरफ्तार किए जाने के अलावा घाटी में किसी प्रकार की हिंसा की कोई घटना नहीं हुई।
प्रशासन ने कर्फ्यू लगाने का फैसला लाल चौक पर अलगाववादियों के प्रस्तावित धरना प्रदर्शन को रोकने के लिए उठाया है।
रविवार शाम को वाहनों पर लगे लाउडस्पीकरों से पूरे क्षेत्र में कर्फ्यू लगाए जाने की घोषणा की गई। इसमें कहा गया कि जो कोई भी कर्फ्यू को तोड़ेगा उससे कड़ाई से निपटा जाएगा।
राज्य के पुलिस महानिदेशक कुलदीप खोडा ने आईएएनएस को बताया कि अपराध दंड संहिता की धारा 144 के तहत पूरे घाटी में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि उत्तरी कश्मीर के बारामुला शहर में विरोध प्रदर्शन हुए, जिसमें किसी तरह की कोई हिंसा नहीं हुई। अधिकारी ने बताया कि पूरी घार्टी में स्थिति शांतिपूर्ण है।
इधर, लाल चौक से जुड़ने वाले सभी रास्तों और श्रीनगर में प्रवेश करने के सभी मार्गों को बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के पूरे इंतजाम किए हैं। पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) के जवानों को घाटी के सभी 10 जिलों में तैनात किया गया है।
गौरतलब है कि हुर्रियत के कट्टरपंथी और नरमपंथी दोनों धड़ों ने छह अक्टूबर को लाल चौक पर जन प्रदर्शन का आह्वान किया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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