खाद्य सुरक्षा और शहरीकरण के बीच संतुलन चाहता है चीन
बीजिंग, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। चीन में अभी भी 1.3 अरब लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है। वहीं शहरीकरण की दौड़ में कृषि योग्य भूमि की घटती संख्या भी समस्या का रूप धारण कर रही है।
शानदोंग प्रांत स्थित लोंगक्यू गांव में रहने वाली 57 वर्षीया महिला झोहू सियू ने बताया कि एक समय था जब यहां लोग प्रतिवर्ष अन्न का भंडारण किया करते थे लेकिन अब कुछ ही परिवार ऐसा काम करते हैं। उन्होंने कहा कि अब लोग भंडारण करने के बजाय अन्न खरीदते हैं।
सियू ने बताया कि युवा वर्ग अब कृषि कार्यो से दूरी बनाने लगा है। दूसरी ओर सरकार ने वर्ष 2010 तक 500 अरब किलोग्राम और वर्ष 2020 तक 540 अरब किलोग्राम अनाज के उत्पादन का लक्ष्य रखा है, जिससे खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।
सरकार कृषि योग्य भूमि की सुरक्षा को लेकर भी सजग हो गई है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण कार्यो और कृषकों की आय बढ़ाए जाने पर विचार कर रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि देश में खाद्य सुरक्षा और शहरीकरण में असंतुलन के पीछे भूमि स्वामित्व का दो श्रेणियों में बंटा होना है। पहली श्रेणी में सरकार द्वारा खरीदी जमीन आती है, जबकि दूसरी श्रेणी में ग्रामीण सामूहिक आर्थिक संगठनों द्वारा खरीदी भूमि आती है।
गौरतलब है कि चीन में किसान जमीन नहीं खरीदते है, हालांकि उन्हें भूमि के उपयोग और उसके प्रबंधन का अधिकार होता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।