एनएसजी की सशर्त मंजूरी के खिलाफ है भारत
नई दिल्ली, 29 अगस्त (आईएएनएस)। भारत ने 45 सदस्यीय परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की अगले सप्ताह विएना में होने वाली बैठक से ठीक पहले कहा है कि उसे परमाणु व्यापार के बारे में एनएसजी की बिना शर्त मंजूरी चाहिए।
विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, "हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमें एनएसजी से बिना शर्त सहमति चाहिए। " उन्होंने कहा कि हमने अपना पक्ष रख दिया है।
मुखर्जी का यह वक्तव्य उस समय आया है जब अनुमान लगाया जा रहा है कि एनएसजी के समक्ष 4-5 सितंबर की बैठक में रखे जाने वाले मसौदे में कुछ परिवर्तन किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि विएना में ही 20-21 अगस्त को हुई बैठक बिना किसी परिणाम के समाप्त हो गई थी क्योंकि एनएसजी के कुछ सदस्य देशों को मसौदे के कुछ पहलुओं पर आपत्ति थी। इनमें आस्ट्रिया, स्विट्जरलैंड, आयरलैंड और नार्वे शामिल थे।
मुखर्जी ने कहा कि इस बीच भी हमने एनएसजी के कुछ सदस्य देशों से सीधा संबंध स्थापित किया है। हमें अंतिम परिणाम के लिए इंतजार करना होगा।
उधर, परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष अनिल काकोडकर ने कहा, "जो भी संभव था हमने किया अब हम और कोई शर्त मानने की स्थिति में नहीं हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।