उप्र के पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त ने कहा, माया के निशाने पर हूं
लखनऊ, 4 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त एम.ए. खान ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री मायावती की सरकार उन्हें निशाना बना रही है। खान को पिछले महीने कदाचार के आरोपों के बाद निलंबित कर दिया गया था।
लखनऊ, 4 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त एम.ए. खान ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री मायावती की सरकार उन्हें निशाना बना रही है। खान को पिछले महीने कदाचार के आरोपों के बाद निलंबित कर दिया गया था।
खान का कहना है कि तीन साल पहले उन्होंने उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में समाजवादी पार्टी (सपा) के पक्ष में एक फैसला सुनाया था इसलिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो उनसे खफा हैं।
पिछले महीने की 9 तारीख को राज्यपाल टी.वी. राजेश्वर द्वारा निलंबित किए गए खान देश के पहले मुख्य सूचना आयुक्त हैं जिन्हें इस तरह पद से हटाया गया।
खान ने आईएएनएस को एक विशेष भेंटवार्ता में बताया, "मेरा निलंबन 2005 के न्यायालय से जुड़े एक मामले से संबंधित है जिसमें मैंने उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में बसपा के 40 विधायकों के सपा में विलय को मान्यता दी थी।"
उन्होंने कहा कि अब प्रदेश सरकार उनसे उसी मुद्दे पर बदला ले रही है क्योंकि उनका फैसला बसपा के खिलाफ गया था। नवंबर 2005 में उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ से सेवानिवृत्त होने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने उन्हें मुख्य सूचना आयुक्त नियुक्त किया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।