अमरनाथ विवाद : हिसक प्रदर्शन जारी, 3 मरे (राउंडअप)
श्रीनगर/जम्मू, 4 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू कश्मीर में अमरनाथ विवाद लगातार गहराता जा रहा है। सोमवार को हिंसक प्रदर्शन में तीन लोगों की मौत हो गई। श्रीअमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) को आवंटित भूमि वापस करने के मसले से राज्य में सांप्रदायिक तनाव भी बढ़ता जा रहा है।
जम्मू के सांबा शहर में पठानकोट-जम्मू राजमार्ग पर प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई और कम से कम 28 घायल हो गए।
वहीं श्रीनगर के पुराने शहर नवहट्टा और माइसुमा में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई, जिसमें 22 वर्षीय युवक आसिफ गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
श्रीअमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) को आवंटित भूमि वापस करने के मसले ने जम्मू और कश्मीर को दो भागों में बांट दिया है। मुस्लिम समुदाय ने सोमवार को कथित तौर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए घाटी में बंद का आह्वान किया।
श्रीनगर में सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान और शिक्षण संस्थाएं सोमवार को बंद रही। श्रीनगर के पुराने शहर नवहट्टा और माइसुमा में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई।
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष यासिन मलिक ने सोमवार को कहा कि कश्मीरी चालकों के साथ घाटी में दुर्व्यव्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे इसके विरूद्ध मंगलावर से अनिश्चितकालिन भूख हड़ताल करेंगे।
उधर सांबा शहर में पठानकोट-जम्मू राजमार्ग पर प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने फायरिंग की।
रिपोर्ट के अनुसार राजमार्ग पर भारी संख्या में प्रदर्शनकारी श्रीअमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) को आवंटित भूमि को वापस करने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में बीस से अधिक लोग घायल हुए।
इस बीच जम्मू में तीन दिन बाद सोमवार को कर्फ्यू में तीन घंटे की ढील दी गई। अमरनाथ भूमि विवाद के सिलसिले में शुक्रवार को भड़की हिंसा के बाद यहां कर्फ्यू लगा दिया गया था।
जम्मू क्षेत्र के सांबा, राजौरी, उधमपुर और भद्रवाह जैसे संवेदनशील इलाकों में प्रतिबंध जारी है तथा शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना ने फ्लैग-मार्च किया।
सुबह सात बजे कर्फ्यू में ढील के दौरान लोग बड़ी संख्या में घरों से निकले और उन्होंने जरूरत की चीजें खरीदीं। शहर के कुछ हिस्सों में चंद दुकानें भी खुलीं।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कर्फ्यू में ढील के दौरान किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
अमरनाथ भूमि विवाद को लेकर लगातार 12वें दिन बंद रखे जाने के कारण ज्यादातर दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे और वाहन नहीं चले।
अमरनाथ यात्रा संघर्ष समिति(एवाईएसएस) के समन्वयक लीला करण शर्मा ने बताया, "हम केवल यही चाहते हैं कि श्राइन बोर्ड को भूमि लौटा दी जाए।"
इस बीच, दो स्थानीय टीवी चैनलों का प्रसारण रविवार रात से शुरू हो गया। चैनलों के अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि आंदोलन के मद्देनजर उनके चैनलों को सील कर दिया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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