नैना देवी हादसा : मां की आराधना के लिए भक्तों का आना जारी
नैना देवी (हिमाचल प्रदेश), 4 अगस्त (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के नैना देवी मंदिर में रविवार को मची भगदड़ में 145 लोगों के मारे जाने के बावजूद सोमवार को मां के दर्शन के लिए यहां श्रद्धालुओं का जुटना जारी है।
पहाड़ी की चोटी पर स्थित मुख्य मंदिर तक की चंद घंटे बाद ही 1.5 किलोमीटर लंबी चढ़ाई के लिए भक्तों की भीड़ रविवार आधी रात से ही बस अड्डे पर उमड़ने लगी।
अपने तीन मित्रों के साथ चढ़ाई कर रहे मंजीत कुमार ने बताया कि वे पिछले छह दिनों से पंजाब के सरहिंद से पैदल चलकर आ रहे हैं। उन्होंेने कहा,"मैं अभी यहां पहुंचा हूं। हमने कल हुई दुर्घटना के बारे में सुना है, लेकिन इसका हमारे दर्शन करने पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।"
गौरतलब है कि रविवार को चट्टान खिसकने की अफवाह के बाद मची भगदड़ में 145 लोगों की मौत हो गई थी। रविवार की दुर्घटना के शिकार हुए लोगों के जूते, चप्पल और अन्य सामान बिखरे पड़े होने के बावजूद भक्तों का आना लगातार जारी था।
मंदिर के पुजारी राजेश कुमार ने कहा,"घटना दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन भक्तों के प्रवाह पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।"
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से आए राम प्रकाश ने कहा, "यह आस्था का सवाल है। दुर्घटना से हमारे दिमाग में कुछ सवाल जरूर खड़े हुए हैं, लेकिन आस्था सबसे ऊपर है।"
बिलासपुर जिले में स्थित नैना देवी मंदिर भारत के 51 'शक्तिपीठों' में से है। हिंदू मान्यता के अनुसार भगवान शिव के तांडव के समय यहां उनकी पत्नी सती की एक आंख गिर गई थी। वर्तमान मंदिर 1880 का बना है। काफी संख्या में देश के सभी हिस्सों से श्रद्धालु यहां देवी के दर्शन के लिए आते हैं।
'सावन नवरात्रि' के दिनों में मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।