वाराणसी में वीआईपी से हलकान रही पुलिस, परेशान रहे कांवरिया
वाराणसी, 4 अगस्त (आईएएनएस)। सावन के तीसरे सोमवार को बाहर से आने वाले कांवरियों की भारी भीड़ और उनकी सुविधा को देखते हुए प्रशासन की तरफ से काफी तैयारियां की गयीं थीं लेकिन आज अचानक वीआईपी के बाबा के दर्शन के लिए आ जाने से सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस वाले तो परेशान दिखे ही साथ ही दूर दराज से आये कांवरिये को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
सोमवार को भारी भीड़ के चलते शिव भक्त रात 12 बजे के बाद से ही लाइन लगाकर खड़े हो गये थे। लेकिन एक पर एक वीआईपी के आने से उनकी जल्दी के लिए लम्बी लाइन में खड़ा होना बेकार हो गया, इससे कांवरिया व तीर्थयात्रियों में काफी क्षोभ था।
भदोही जिले से बच्चे का इलाज कराने आए त्रिलोकी नाथ ने बताया कि हम सुबह से लाइन लगाकर खड़े हो गये थे कि समय से बाबा का दर्शन हो जायेगा तो बच्चे के लिए आशीर्वाद मांग लूंगा। लेकिन कभी महिलाओं को जाने दिया जा रहा है तो कभी नेताओं को। खीझते हुए त्रिलोकी नाथ ने कहा कि भगवान के दरबार में भी लोग अपने को वीआईपी क्यों मानने लगते हैं यह समझ के परे है।
आज दर्शन करने आने वालों राजनेताओं में उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष सुखदेव राजभर, विधान परिषद के अध्यक्ष सुखदेव यादव, भाजपा के रामरमापति त्रिपाठी, रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेज प्रताप यादव, उनके साले साधू यादव तथा सांसद ए. के. प्रसाद मुख्य थे।
वीआईपी नेताओं के आने का सिलसिला उस समय शुरू हुआ जब दर्शनार्थियों की संख्या अपने सबसे उच्चतम स्तर पर थी। कांवरियों की परेशानी पर जब सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे अमरेन्द्र प्रताप सिंह का ध्यान खींचने की कोशिश की गयी तो उन्होंने बताया कि समस्या वीआईपी के आने से उतनी नहीं है जितनी उनके अलग अलग समय पर आने से हो रही है।
गौरतलब है कि पूरे मंदिर क्षेत्र की परिधि में जाने के लिए गाड़ियों का प्रवेश वर्जित था लेकिन वीआईपी की गाड़ियां छत्ता द्वार तक जाती देखी गयीं। जबकि आम तीर्थ यात्रियों की गाड़ियों को लगभग तीन किमी पहले ही रोक दिया जा रहा था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।