प्रत्यक्ष कर में भारी वृद्धि, चालू वित्त वर्ष के लिए अनुमान बढ़ाएगी सरकार
नई दिल्ली, 9 जून (आईएएनएस)। प्रत्यक्ष कर की उगाही में भारी वृद्धि से उत्साहित केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए कर वसूली से संबंधित अपने आकलन को संशोधित करने का मन बनाया है। पिछले चार वर्षो के दौरान प्रत्यक्ष कर उगाही तीन गुणा बढ़ गया है।
सोमवार को प्रत्यक्ष कर विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ एक बैठक के बाद वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा, "केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) अगले दो दिनों में एक बैठक करेगी जिसमें चालू वित्त वर्ष के लिए कर उगाही के अनुमान को संशोधित किया जाएगा।"
गौरतलब है कि बजट में चालू वित्त वर्ष के लिए प्रत्यक्ष कर उगाही का अनुमान 3,650 अरब रुपये रखा गया है। चिदंबरम ने कहा कि भले ही इसमें 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया गया हो लेकिन इसके और बढ़ाए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, "वित्त वर्ष 2007-08 के दौरान 3,144.68 अरब रुपये की प्रत्यक्ष कर उगाही हुई है। यह दर्शाता है कि वित्त वर्ष 2006-07 की तुलना में इसमें 36.62 प्रतिशत और बजट अनुमान की तुलना में 117.56 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।"
उन्होंने कहा, "चार वर्षो के दौरान यह तीन गुना होकर 1,050.88 अरब रुपये से 3,144.68 अरब रुपये हो गया है। यह उल्लेखनीय उपलब्धि है और इस असाधारण उपलब्धि के लिए मैं विभाग को बधाई देता हूं।"
चिदंबरम ने कहा कि कर उगाही का खर्च प्रति सौ रुपये में मात्र 54 पैसे हो गए हैं। यह दुनिया में किसी भी देश में कर उगाही में होने वाले खर्च से कम है।
गौरतलब है कि इस अवधि के दौरान कर और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का अनुपात बढ़कर 6.67 प्रतिशत हो गया है। वर्ष 1999 में यह हिस्सेदारी 2.68 प्रतिशत थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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