विदेश यात्रा के शौकिन हैं झारखंड के मंत्री
रांची, 7 जून (आईएएनएस)। झारखंड के मंत्रियों को अमेरिका, स्वीट्जरलैंड, फ्रांस आदि देशों की यात्रा पर जाने का जुनून सवार है। इस राज्य के गठन को महज छह साल हुए हैं लेकिन इन छह सालों में इस राज्य के मंत्रियों की विदेश यात्राओं पर सरकारी खजाने से लगभग दस करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। जबकि इन आधिकारिक यात्राओं से राज्य को कुछ लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है।
रांची, 7 जून (आईएएनएस)। झारखंड के मंत्रियों को अमेरिका, स्वीट्जरलैंड, फ्रांस आदि देशों की यात्रा पर जाने का जुनून सवार है। इस राज्य के गठन को महज छह साल हुए हैं लेकिन इन छह सालों में इस राज्य के मंत्रियों की विदेश यात्राओं पर सरकारी खजाने से लगभग दस करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। जबकि इन आधिकारिक यात्राओं से राज्य को कुछ लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है।
विदेश यात्रा पर जाने वाले कुछ मंत्रियों का कहना है कि उन्हें इन यात्राओं से विकास संबंधी मुद्दों पर नया सीखने को मिला है। हालांकि, मंत्रियों से संबंधित विभागों को इसका शायद ही कोई फायदा पहुंचा हो।
राज्य के कुछ मंत्रियों का कहना है कि उन्होंने विदेश यात्रा के जरिए राज्य तक विदेशी निवेश पहुंचाने में सहायता की है। उप मुख्यमंत्री सुधीर महतो 14 महीने के कार्यकाल में फ्रांस, स्वीटजरलैंड, जर्मनी, चीन, सिंगापुर और मॉरीशस की यात्रा कर चुके हैं। उनकी इन यात्राओं पर 1.2 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
वर्ष 2007 में राज्य के पर्यटन मंत्री हरिनारायण राय झारखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभाग के अधिकारियों के साथ लंदन की यात्रा पर गए थे। इस यात्रा पर लगभग पचास लाख रुपये खर्च हुए थे।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा विदेश यात्रा के लिए खासतौर पर पहचाने जाते थे। उन्होंने सपरिवार वर्ष 2005-2006 में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और स्वीट्जरलैंड की यात्रा की थी जिन पर तकरीबन पांच करोड़ रुपये खर्च हुए थे।
झारखंड में मंत्रियों के विदेश दौरे का चलन राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के समय से ही शुरू हो गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
**