तस्लीमा अब स्वीडन को बनायेंगी आशियाना
स्टाकहोम, 2 जून (आईएएनएस)। सुरक्षित आशियाने की तलाश अब बांग्लादेश की निर्वासित लेखिका तस्लीमा नसरीन को स्वीडन ले आयी है।
अपशाला न्या टिडनिंग समाचार पत्र में सोमवार को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, स्टाकहोम के उत्तर में स्थित अपशाला शहर की परिषद ने नसरीन को महीने में 5,000 क्रोनर (833 डालर) भत्ता देगी उनके निवास का दो साल का खर्च उठाएगी।
यह दूसरा मौका है, जब तस्लीमा स्वीडन में रहने आई हैं। इससे पहले 1994 में विवादास्पद किताब लज्जा के लिए बांग्लादेश के इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा अपने खिलाफ फतवा जारी किये जाने पर भी तस्लीमा स्वीडन ही में शरण लेने को बाध्य हुईं थी।
तस्लीमा एक प्रशिक्षित डॉक्टर भी हैं और वह एक दशक से भी ज्यादा अर्से तक यूरोप और अमेरिका में रही। उसके बाद उन्होंने कोलकाता को अपना आशियाना बनाया।
लेकिन पिछले साल कट्टरपंथियों के एक समूह द्वारा उनके खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने उनको कोलकाता से जाने के लिए मजबूर कर दिया।
45 वर्षीय तस्लीमा बीमार हैं और ह्रदय रोग से पीड़ित हैं। लिबरल पार्टी की सांसद सेसिलिया विकस्ट्राम ने अपने शहर अपशाला के नेताओं से तस्लीमा को भत्ता देने का आग्रह किया था। उनके मुताबिक, तस्लीमा सही मायनों में योद्धा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।