मंत्री-विधायक की लड़ाई के बाद भाजपा-जदयू आमने सामने
पटना, 29 मई (आईएएनएस)। जमुई में भाजपा विधायक फाल्गुनी यादव को बुधवार की शाम मंत्री नरेंद्र सिंह द्वारा मंच से धक्का दिए जाने का मामला अब बिहार में भाजपा व जदयू को आमने-सामने ले आयी है। कई नेता इसे गठबंधन सरकार के लिए घातक मान रहे हैं तो कई इसे नेतृत्व और सरकार की कमजोरी का परिणाम बता रहे हैं।
ज्ञात हो कि जमुई जिले के सोनो प्रखंड में बराकर नदी के बलथर-केवाली घाट पर पुल शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मंच पर ही खाद्य आपूर्ति मंत्री नरेंद्र सिंह (जदयू) और विधायक फाल्गुनी यादव (भाजपा) भिड़ गये। इसमें यादव के पांव की हड्डी टूट गयी। इस मामले की एक प्राथमिकी भी यादव द्वारा सोनो थाना में दर्ज करवायी गयी है। हालांकि मंत्री सिंह ने फौरन मंच से ही इस घटना पर खेद जताया था।
जो भी हो, इस बहाने राजग के भीतर टकराव खुलकर सामने आने लगी है। भाजपा प्रवक्ता विनोद नारायण झा और प्रदेष मीडिया प्रभारी वीरेंद्र झा ने आज कहा कि भाजपा इसे खुद पर हमला और अपना अपमान मानती है।
विधायक अवनीश कुमार सिंह ने कहा कि नेतृत्व की कमजोरी के चलते सरकार में शामिल होने के बावजूद भाजपा के विधायकों को बार-बार गठबंधन के दूसरे घटक जदयू को उकसा कर अपमानित कराया जा रहा है। उन्होंने आलाकमान से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं पर मुख्यमंत्री का स्टैण्ड होता है कि कानून अपना काम करेगा। अब देखना है कि फाल्गुनी यादव के मामले में क्या कानून को अपना काम करने दिया जाता है।
उधर, भाजपा के विधायक रामेश्वर चौरसिया और पूर्व मंत्री चंद्रमोहन राय ने भी इस घटना के लिए प्रदेश नेतृत्व को जिम्मेवार ठहराया है। इधर, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री नरेंद्र सिंह ऐसी किसी घटना से इंकार करते हैं। उन्होंने ऐसे किसी आरोप को बेबुनियाद बताया तथा इसे ओछी राजनीति कहा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।