पच्चास फीसदी हृदयरोगी को पता नहीं रहती बीमारी
वाशिंगटन, 27 मई (आईएएनएस)। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकताओं ने एक नए अध्ययन में पाया है कि करीब 50 फीसदी हृदयरोगियों को पता ही नहीं रहता कि वे हृदय की गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, उन्हें इस बात का भी अंदाजा नहीं है कि उनकी अनदेखी से हृदयवाहिनियों को कितना खतरा पहुंच सकता है।
शोधकर्ताओं के तथ्यों का खुलासा पत्रिका 'आर्काइव्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन' में प्रकाशित रिपोर्ट से हुआ है। इसमें कहा गया है कि कई बार तो ऐसा होता है कि हृदय के अगल-बगल दर्द, हृदयाघात और दूसरी अन्य धमनियों संबंधी बीमारियों का वे अपनी अज्ञानता के कारण इलाज नहीं करा पाते हैं।
शोधकर्ताओं ने औसत 67 आयुवर्ग के 3,522 महिला-पुरुषों का अध्ययन किया और और उनसे हृदय से संबंधित बीमारियों और उनके निदान के बारे में पूछा। शोधकर्ताओं को निराशा हुई कि उनमें से कई तो जानते ही नहीं थे कि वे हृदयरोगी हैं।
शोधकर्ता कैथलिन द्रराकप ने बताया, " हमने अध्ययन में देखा की लगभग पचास फीसदी लोगों की अज्ञानता का आलम यह है कि हृदयाघात होने के बाद ही अस्पताल में या चिकित्सकों से उन्हें पता चलता है कि वे हृदय की गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं।"
उन्होंने बताया कि महिलाएं हृदय की बीमारियों को पुरुषों की तुलना में ज्यादा नजरअंदाज करती हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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