नोएडा हत्याकांड : मुख्य आरोपी निकला आरुषि का पिता (लीड-2)
नोएडा/लखनऊ, 23 मई (आईएएनएस)। नोएडा स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) की छात्रा आरुषि तलवार और हेमराज के बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड के रहस्य की गुत्थी सुलझा लेने का दावा करते हुए पुलिस ने कहा है कि आरुषि के पिता डॉ. राजेश तलवार ही इस पूरी घटना के सूत्रधार है उसने ही हत्याओं को अंजाम दिया है।
पुलिस ने आज आरुषि के पिता राजेश तलवार को गिरफ्तार किया। इस हत्याकांड के पीछे राजेश तलवार के विवाहेतर संबंधों को कारण बताया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के गृह सचिव महेश गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक बृज लाल ने आज इस दोहरे हत्याकांड का खुलासा किया।
गौरतलब है कि 15/16 मई की रात में 14 वर्षीय आरुषि तलवार और नौकर हेमराज की हत्या कर दी गई थी। इस सूचना पर थाना सेक्टर 20 नोएडा में मु0अ0सं0 695/2008 धारा 302 भारतीय दंड विधान का अभियोग पंजीकृत किया गया था।
उधर प्रदेश गृह सचिव महेश गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक बृज लाल ने आज इस दोहरे हत्याकांड पर बयान जारी किया। गृह सचिव ने बताया कि विवेचना के दौरान दिनांक 23 मई को पुलिस द्वारा उपरोक्त हत्या के संबंध में आरुषि के पिता तलवार को दिन में 12 बजे सेक्टर 21 मंदिर के पास से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ पर तलवार ने माना कि डॉ़ अनिता दुर्रानी से उसके विवाहेतर संबंधों की जानकारी नौकर हेमराज को हो गयी थी।
डॉ़ तलवार ने नौकर हेमराज को समझाने के बहाने छत पर भेज दिया तथा आरुषि को उसके कमरे में बंद कर दिया। सर्वेन्ट रूम से हैमर व आपरेशन करने वाला चाकू ले जाकर तलवार ने पहले नौकर हेमराज की गला काट कर हत्या कर दी।
हेमराज के शव को छिपाने के उद्देश्य से डॉ. तलवार ने उसके शव के ऊपर कूलर का पल्ला डाल दिया एवं छत के दरवाजे पर ताला जड़ दिया।
इसके बाद वह वह नीचे आ गया जहां आरुषि को कमरे में बंद कर दिया गया था। हेमराज की तर्ज पर ही डॉ. तलवार ने अपनी ही बेटी आरुषि की हत्या कर डाली।
अभियुक्त डा़ॅ तलवार मृतक हेमराज के शव को ठिकाने लगाना चाहता था। पत्रकारों एवं पुलिस की मौजूदगी के कारण वह शव को ठिकाने नहीं लगा सका। इसीलिए उसने अगले दिन हरिद्वार जाते समय टेलीफोन के माध्यम से हेमराज का शव छत पर मिलने की सूचना दी थी।
डॉ़ तलवार नौकर हेमराज के शव को इसलिए ठिकाने लगाना चाहता था ताकि आरुषि की हत्या का मामला नौकर हेमराज पर लग जाय तथा वह स्वयं इस मामले से बच जाए।
इधर मेरठ क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक गुरदर्शन सिंह ने कहा, "हमारे पास जो साक्ष्य है, उसके अनुसार डॉ. तलवार के विवाहेतर संबंध थे। इसके बारे में आरुषि और हेमराज अपने दोस्तों से जिक्र करते थे। हेमराज को अपनी जान का खतरा भी था, इस संबंध में उसने अपने दोस्तों को बताया था। अगर वह पुलिस को पहले जानकारी देता तो शायद यह घटना नहीं होती।"
उन्होंने बताया कि मामले से जुड़े प्रत्येक सूत्र की जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि डीपीएस (नोएडा) में कक्षा 9 की 15 वर्षीय छात्रा आरुषि 16 मई को अपने घर पर मृत पाई गई थी। उसका गला कटा हुआ था और उसके चेहरे, छाती और गले पर चाकू के कई घाव पाए गए थे। आरुषि ने मौत के पहले कथित रूप से अपने मां-बाप के साथ खाना खाया और फिर वह अपने कमरे में सोने चली गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।