तेल की कीमतों में वृद्धि तय : देवड़ा (लीड-1)
नई दिल्ली, 23 मई (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तेल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर तेल कंपनियों को लगाता हो रहे घाटे से राहत प्रदान करने के लिए पेट्रोल, गसोलिन व डीजल की कीमतों में वृद्धि तय है।
तेल कंपनियों के प्रतिनिधियों से मिलने के बाद संवादाताओं से बातचीत में देवड़ा ने शुक्रवार को कहा कि तेल कंपनियों को राहत प्रदान करने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल को एक प्रस्ताव सौंपा है, जिसमें पेट्रोल, डीजल व गैसोलिन की खुदरा कीमतों में वृद्धि के साथ -साथ आयात व उत्पाद कर में भी कटौती का प्रस्ताव है। सूत्रों के अनुसार पेट्रोल की कीमतों में 10 रुपये प्रति लीटर व डीजल की कीमतों में 5 रुपये प्रति लीटर वृद्धि का प्रस्ताव है।
लंदन स्थित आईसीई वायदा में गुरुवार को ब्रेंट क्रूड का जुलाई वायदा 135.14 डालर प्रति बैरल की नई ऊंचाई पर दर्ज किया गया। न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज यानी नाइमेक्स के इलेक्ट्रानिक कारोबार में भी तेल का जुलाई वायदा 135.09 डालर प्रति बैरल के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया।
मुरली देवड़ा ने हालांकि कहा कि तेल की कीमतों में वृद्धि केंद्रीय मंत्रिमंडल की आज हो रही बैठक का मुद्दा नहीं है।
इससे पूर्व फरवरी में 20 महीनों के बाद सरकार ने गैसोलिन व डीजल की खुदरा कीमतों में वृद्धि की थी। उधर सरकार के सहयोगी वामदल तेल व गैस मंत्रालय के प्रस्ताव का कड़ा विरोध कर रहे हैं।
आज इस विषय पर चर्चा के लिए होने वाली मंत्रिमंडल की महत्वपूर्ण बैठक से पहले पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने आईएएनएस से कहा, "मैं किसी बात से इंकार नहीं कर रहा हूं।"
उन्होंने कहा कि वह इस विषय पर अपने विचार प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पहले ही बता चुके हैं।
मंत्री ने बताया कि अभी भी पेट्रोल 16.34 रुपये प्रति लीटर, डीजल 23.49 रुपये प्रति लीटर और घरेलू गैस 305.90 प्रति सिलेंडर तथा केरोसीन 28.72 रुपये प्रति लीटर के नुकसान पर उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराया जा रहा है।
देवड़ा ने कहा, "सरकार और तेल क्षेत्र की सार्वजनिक कंपनियों ने उपभोक्ताओं पर भार डाले बिना विश्व में तेल की कीमतों में हो रहे इजाफे का झटका खुद सहन कर लिया है। हम इन कंपनियों की हालत को लेकर चिंतित हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।