गर्भवस्था में तनाव रोधी दवाइयों का इस्तेमाल नुकसानदेह नहीं
टोरंटो, 23 मई (आईएएनएस)। कनाडाई शोधकर्ताओं ने नए अध्ययन में साबित कर दिया है कि गर्भवती महिलाओं द्वारा इस्तेमाल में लाने वाले तनाव-निरोधी दवाओं का उनके भ्रूण पर कोई असर नहीं पड़ता है।
मांट्रियाल विश्वविद्यालय के शोधकताओं ने बताया कि अक्सर देखा जाता है कि महिलाओं को गर्भावस्था के समय कुछ न कुछ शारीरिक या मानसिक कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है। इससे निजात पाने के लिए वे प्राय: तनाव निरोधी दवाएं ले लेती हैं लेकिन उन्हें भय रहता है कि इसका दुष्प्रभाव उनके भ्रूण पर पड़ सकता है।
लेकिन 'ब्रिटिश जर्नल ऑफ साइकाइट्री' में प्रकाशित ताजा शोध के अनुसार अब गर्भवती महिलाएं बेहिचक तनाव-निरोधी दवाएं ले सकती हैं और इससे उनके भ्रूण को कोई नुकसान नहीं होगा।
शोधकर्ताओं ने 2,300 ऐसी गर्भवती महिलाओं का अध्ययन किया जो गर्भ धारण से पहले और गर्भधारण के तीन महीने तक अपने तनावों को दूर करने के लिए तनाव निरोधी दवाओं का इस्तेमाल किया करती थीं।
शोधकर्ता सेंट जस्टिन ने बताया, "शोध के निष्कर्षो ने हम सभी को आश्चर्य चकित कर दिया। हमने उन सभी गर्भवती महिलाओं के नवजात शिशुओं का चिकित्सकीय परीक्षण किया जिन्होंने गर्भावस्था के दौरान तनाव-निराधी दवाएं ली थीं। हमने पाया कि नवजात शिशुओं पर तनाव-निरोधी दवाओं का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ा था। वे पूरी तरह से स्वस्थ थे।"
शोधकर्ताओं ने बताया कि हालांकि गर्भवती महिलाओं द्वारा धूम्रपान और शराब का इस्तेमाल उनके भ्रूण को नुकसान जरूर पहुंचा सकता है इसलिए गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को इससे दूर ही रहना चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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