पाटिल के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया: मोइली
नई दिल्ली, 22 मई (आईएएनएस)। संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु के मामले की तुलना पाकिस्तान जेल में बंद व फांसी की सजा झेल रहे भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह से करके चौतरफा आलोचना झेल रहे केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल को कांग्रेस ने राहत की सांस दी है। कांग्रेस ने कहा है कि पाटिल ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है।
कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रभारी वीरप्पा मोइली ने संवाददाताओं को बताया, "पाटिल के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। गृह मंत्री ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।"
ज्ञात हो कि पाटिल ने कल लातूर में कहा था, "एक ओर आप मांग करते हैं कि अफजल को फांसी दी जाए और दूसरी ओर चाहते हैं कि उस सरबजीत को फांसी पर न लटकाया जाए जो पाकिस्तान गया था।"
पाटिल को इस बयान के लिए चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने न सिर्फ इसे गैरजिम्मेदाराना बयान करार दिया बल्कि कहा कि पाटिल ने कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति को अब राष्ट्र विरोधी दिशा में मोड़ दिया है।
संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे वाम दलों ने पाटिल के बयान पर कुछ भी टिप्पणी करना उचित नहीं समझा। पार्टी की वरिष्ठ नेता और पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया।
इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं व केंद्रीय मंत्रिमंडल में पाटिल के सहयोगियों ने भी खुद को इस विवादास्पद बयान से दूर रखना ही बेहतर समझा। केंद्रीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने आईएएनएस से कहा, "मै इस पर कुछ नहीं कहना चाहूंगा। यदि उन्होंने ऐसा कहा है तो आप उन्हीं से पूछिए कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।