धूम्रपान छोड़ने में अहम भूमिका निभाते हैं सामाजिक रिश्ते
वाशिंगटन, 22 मई (आईएएनएस)। सिगरेट का सेवन करने वाले कई लोग अपने आप ही इसका सेवन नहीं छोड़ते बल्कि इसमें जीवनसाथी, भाई-बहनों और सहकर्मियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय के जेम्स फॉवलर और हार्वड मेडिकल स्कूल के निकोलस ए. क्रिस्टाकिस ने 12,067 लोगों के सामाजिक संबंधों पर किए गए एक अध्ययन के बाद ये निष्कर्ष दिए हैं।
इस समुदाय आधारित स्वास्थ्य अध्ययन में प्रतिभागियों के हृदय की अवस्था और उनके परिवार, मित्रों और सहकर्मियों की तीन पीढ़ियों में रोग की संभावना का अध्ययन किया गया।
शोधकर्ताओं ने इन लोगों की 1971 से 2003 के बीच की धूम्रपान संबंधी आदतों का विश्लेषण किया। इनमें 21 से 70 आयुवर्ग के ऐसे लोग शामिल थे जो दिन में एक या अधिक सिगरेट पीते थे।
पाया गया कि 1971 से 2003 के बीच उन लोगों के सिगरेट पीने की मात्रा में भारी कमी आई ।
एक शोधकर्ता रिचर्ड जे. होड्स ने बताया, "यह अध्ययन बताता है कि स्वास्थ्य संबंधी आदतों और निर्णयों पर सामाजिक तानेबाने का गहरा प्रभाव पड़ता है। लोग अपने सामाजिक दायरे में रहने वालों से बहुत प्रभावित होते हैं।"
शोधकर्ताओं ने बताया कि जो व्यक्ति जितना नजदीक होगा निर्णयों पर उसका असर उतना ही अधिक होगा। उदाहरण के लिए अगर कोई व्यक्ति सिगरेट पीना छोड़ता है तो उसके भाई-बहनों के ऐसा करने की संभावना 25 फीसदी तक बढ़ जाती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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