कितने सुरक्षित हैं कार्बन नैनोट्यूब से बने सामान
वाशिंगटन, 21 मई (आईएएनएस)। प्लास्टिक से भी हल्की और स्टील से भी मजबूत कार्बन नैनो ट्यूब का कई चीजों के निर्माण में उपयोग हो रहा है लेकिन इसका अधिक इस्तेमाल मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है।
एडिनबर्ग के शोधकर्ताओं ने अपने इस नए अध्ययन में पाया है कि कार्बन नैनोट्यूब में ऐस्बेस्टस जैसे गुण पाए जाते हैं। यह फेफड़े के कैंसर का कारण बन सकता है जिसके लक्षण तीस साल बाद भी दिखाई दे सकते हैं।
शोधकर्ताओं ने बताया कि कार्बन नैनोट्यूब का उपयोग दवाओं, ऊर्जा बचाने वाली बैटरी और इलेक्ट्रानिक उपकरणों में बहुतायत में किया जा रहा है, लेकिन कोई भी इसके हानिकारक प्रभावों से अवगत नहीं हो रहा है।
शोधकर्ता एंड्रिव मायनर्ड ने कहा, "इस अध्ययन के द्वारा हम नैनोतकनीक के सभी पहलुओं से लोगों को रूबरू कराना चाहते हैं और चाहते हैं कि इस पर और अधिक शोध किया जाए।"
उन्होंने कहा कि नैनोट्यूब में पाया जाने वाला एस्बेस्टस मनुष्यों के फेफड़ों को प्रभावित करता है जो बाद में कैंसर का रूप धारण कर सकता है।
इस अध्ययन के निष्कर्ष 'नेचर' पत्रिका के ताजा अंक में प्रकाशित हुए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।