म्यांमार ने संयुक्त राष्ट्र हैलीकॉप्टरों को राहत कार्य की अनुमति दी
बैंकॉक, 21 मई (आईएएनएस)। तूफान पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाने के लिए म्यांमार सरकार ने तूफान के 19 दिनों बाद विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) को 10 हैलीकॉप्टर इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है। बुधवार को एक आधिकारिक सूचना में यह जानकारी दी गई।
संयुक्त राष्ट्र की राहत एजेंसी के एक प्रवक्ता पॉल रिसले ने कहा, "हमें मंगलवार को अनुमति मिली है, लेकिन हैलीकॉप्टरों के साथ जमीन पर काम करने वाले लोगों और हैलीकॉप्टरों के काम करने के क्षेत्रों के बारे में अभी तय नहीं हुआ है।"
पहला हैलीकॉप्टर गुरुवार को म्यांमार भेजा जाएगा। शेष नौ हैलीकॉप्टरों के पहुंचने में कुछ दिन लगेंगे। रिसले के अनुसार राहत कार्यो के लिए हैलीकॉप्टरों की बेहद जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि म्यांमार में 1962 से फौजी शासन है। इस 2 मई को आए तूफान के बाद देश के फौजी शासन ने पहले-पहल विदेशी सहायता लेने से इंकार कर दिया था। तूफान में लगभग 1 लाख 33 हजार लोगों के मारे जाने अथवा लापता होने की सूचना है।
डब्ल्यूएफपी के अनुसार अभी तक तूफान से आहत 7 लाख 75 हजार लोगों में से मात्र एक-तिहाई लोगों को ही राहत सुविधाएं पहुंच सकी हैं।
उधर राहत कार्यो में मदद करने के लिए अमेरिकी और फ्रांसीसी समुद्री जहाज भी समुद्र में लंगर डाले खड़े हैं। फौजी शासन द्वारा अनुमति दिए जाने की सूरत में जहाजों पर मौजूद हैलीकॉप्टरों से तूफान पीड़ितों की तुरंत मदद की जा सकती है। लेकिन म्यांमार का फौजी शासन अभी तक इस बारे भी में खामोश है।
म्यांमार पड़ोसी थाईलैंड और अन्य दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों की सेनाओं से हैलीकॉप्टरों के जरिए मदद लेने से भी इंकार कर चुका है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।