नंदीग्राम और सिंगूर में वाम मोर्चा की करारी शिकस्त, लेकिन कई स्थानों पर कब्जा बरकरार (लीड-1)
कोलकाता, 21 मई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में नंदीग्राम और सिंगूर सहित कुछ स्थानों पर वाममोर्चा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि राज्य में कुल मिलाकर वह आगे है।
पूर्वी मिदनापुर जिले में 30 वर्षो में पहली बार वाममोर्चा को हार का मुंह देखना पड़ा है। इसके अतिरिक्त उत्तरी 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिलों में वाममोर्चा को हार मिली है।
गत एक वर्ष से जब-तब होती हिंसा के कारण लगातार खबरों में रहने वाले नंदीग्राम में भी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (माकपा) को करारी हार मिली है। यहां तृणमूल कांग्रेस ने ग्राम पंचायत और पंचायत समिति के चुनाव में माकपा को रौंद डाला है। इसके अतिरिक्त तृणमूल कांग्रेस ने जिला परिषद की चार सीटें भी जीती हैं।
दूसरी ओर हुगली जिले के सिंगूर में भी औद्योगिकीकरण के खिलाफ जनसाधारण को एकजुट करने वाली तृणमूल कांग्रेस की विजय हुई है। हुगली के अन्य इलाकों में वाममोर्चा की जीत हुई है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बर्धवान, पुरुलिया और बांकुरा में वाममोर्चा का कब्जा कायम रहा है। मुर्शिदाबाद और माल्दा जिलों में वाममोर्चा और तृणमूल कांग्रेस के बीच बराबरी का संघर्ष है।
उत्तरी दिनाजपुर, दक्षिणी दिनाजपुर और नादिया में भी माकपा के तीन जिला परिषद उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा है।
इसके अतिरिक्त उत्तरी 24 परगना के साथ 27 अन्य जिला परिषद में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस आगे हैं। जबकि वाममोर्चा 25 स्थानों पर आगे चल रहा है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में 11, 14 और 18 मई को हुए पंचायत चुनावों में करीब 3 करोड़ 75 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। चुनाव 38 हजार से अधिक गांवों में कराए गए हैं। नतीजों के बाद विकेंद्रीकृत ग्रामीण व्यवस्था के अंतर्गत करीब 51 हजार निर्वाचित प्रतिनिधि कार्य संभालेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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