भारत गोश्कोव की कीमत का फिर आकलन करने को राजी
नयी दिल्ली 01 फरवरी .वार्ता. भारत विमानवाही पोत एडमिरल गोश्कोव को नया रूप देने पर आने वाली लागत का नए सिरे से आकलन करने को राजी हो गया है और इसके लिए एक उच्च स्तरीय टीम इसी माह रूस रवाना हो रही है1 रूस ने 2004 में हुए डेढ अरब डालर के इस सौदे के बाद कुछ माह पहले एक अरब 20 करोड डालर की और मांग रखकर भारत सरकार को हैरत में डाल दिया था और तभी से दोनों देशों के बीच विचार विमर्श के मैराथन दौर चल हैं1 रक्षा सूत्रों ने कहा कि भारत इस विमानवाही पोत पर होने वाले काम को देखते हुए जरूरतों का नए सिरे से आकलन करने को राजी हो गया है और रक्षा सचिव विजय सिंह इस महीने 19 तारीख को खुद इस पोत को देखने जाएंगे1 पोत पर चल रहे काम का मुआयना करने के लिए रक्षा मंत्रालय का एक दल पहले ही रूस गया हुआ है1 रक्षा सचिव ने भारतीय नौसेना में आईएनएस विक्रमादित्य नाम से शामिल होने वाले इस पोत के मुआयने के लिए जाने की बात स्वीकार की है1 तटरक्षक बल के एक समारोह में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा..मैं खुद देखना चाहता हूं कि गोश्कोव पर काम की प्रगति क्या है1 इससे यह भी पता चलेगा कि पोत पर कितना काम बाकी है और उस पर वास्तविक खर्च कितना होगा1.. रक्षा सचिव ने उम्मीद जतायी कि इस पोत की कीमत और सुपुर्दगी के बारे में रूस से उनकी सकारात्मक बातचीत होगी1 उन्होंने कहा..रूस के साथ इस मुद्दे पर विभिन्न स्तर पर कई दौर की बात हो चुकी है और मुे आशा है कि अपने समकक्ष रूसी अधिकारियों से मेरी सार्थक बातचीत होगी1.. कौशिक.समरेन्द्र.अजय.रमेश1843जारी वार्ता