अंबानी जी, एक जीबी का वादा तो हमने भी किया है, कनेक्ट हुआ या नहीं ये पता 11 मार्च को चलेगा
हमें देखिए मोदी जी, अनलिमिटेड प्लान आगे बढ़ाना है ये हमने पहले ही तय कर लिया था लेकिन माहौल ऐसा बनाया कि देखो फिर से बढ़ा रहे हैं। आपने अपने सारे पत्ते 2014 में ही फेंक दिए।
नई दिल्ली। अंबानी के 'जियो' ने 'फ्री' का वादा कर लोगों को खूब लुभाया। अब अंबानी साहब ने ऐलान कर दिया है कि 170 दिन के बाद भी अनलिमिटेड मजा जारी रहेगा। जियो के लॉन्च के बाद विज्ञापन में पीएम मोदी की तस्वीर की खूब चर्चा रही थी।
170 दिन पहले पीएम का मूड कुछ और था और इस बार कुछ और है। नए प्लान के लॉन्च के बाद मुकेश अंबानी की पीएम से मुलाकात हुई। इधर अंबानी खुश होकर पीएम के पास गए लेकिन यूपी चुनाव की वजह से पीएम का माथा ठनका हुआ था। तो फिर खुद देख लीजिए क्या हुआ।
अंबानी- पीएम साब कैसे हैं???
पीएम- हमें क्या पता कैसे हैं??
अंबानी- ये क्या बात हुई? आप कुछ गुस्से में मालूम हो रहे हैं।
पीएम- अरे साब.... समय कहां मिल रहा है, खुद के बारे में सोचने का... यूपी चुनाव ने हालत खराब कर दी है, दिन-रात रैलियां... दिन-रात रैलियां... और ऊपर से आपकी ये मोबाइल क्रान्ति....
अंबानी- हमारी मोबाइल क्रान्ति ने क्या कर दिया, हम तो सबको इंटरनेट से जोड़ने की ही कोशिश कर रहे हैं।
पीएम- अरे जोड़ने की कोशिश तो कर रहे हैं, लेकिन इस मोबाइल क्रान्ति में जरा सा मुंह से कुछ ऊंच-नीच निकल जाए... उसी को लोग सोशल मीडिया पर चलाकर बदनाम करने लगते हैं, अब हमें भी लोग नहीं छोड़ रहे....
अंबानी- आप खामख्वाह घबरा रहे हैं, देखिए ये जमाना है इंटरनेट का, आप बंदे को रोटी-रोजगार कुछ मत दीजिए, बस नेट दे दीजिए। फेसबुक पर लाइक मिले तो रोटी नहीं मांगती है आज की पीढ़ी। हमने 170 दिन में 10 करोड़ लोगों को जोड़ लिया है।
पीएम- अरे हमें क्या अनाड़ी माने हो??? एक जीबी फ्री देने का वादा किया है हमने भी... लेकिन कितने जुड़े और कितने टूटे ये तो 11 मार्च को ही पता चलेगा। सामने लैपटॉप वाले खड़े हैं... देखते हैं कि लैपटॉप जीतता है या डाटा...
अंबानी- लेकिन हमारे साथ तो लोग आसानी ने जुड़ गए डाटा के सहारे फिर आप 11 मार्च को लेकर चिंतित क्यों हैं?
पीएम- अरे जुड़े तो हमसे भी हैं लेकिन अब दोबारा जोड़ने की बात है। दरअसल हम तो ढाई साल पहले इतना कुछ कह चुके कि अब कोई बात कहें लोग चौंकते ही नहीं...
अंबानी- हम समझ सकते हैं... अब हमें देखिए हमें अपना अनलिमिटेड प्लान आगे बढ़ाना था, ये हमने पहले ही तय कर लिया था लेकिन माहौल ऐसा बनाया कि देखो फिर से बढ़ा रहे हैं। अब आपने सारे पत्ते 2014 में ही फेंक दिए।
पीएम- सही कह रहे हैं.... खैर अब क्या कर सकते हैं. जोर तो पूरा लगा दिए हैं हम यूपी में लेकिन मन निश्चिंत नहीं हो रहा जाने क्यों..?
अंबानी- खैर, अब तो जो हो सो हो लेकिन आगे के लिए एक सलाह है अगर आप मानें तो...
पीएम- हां बताइए...
अंबानी- देखिए एक कहावत है कि 'बंद मुट्ठी लाख की और खुल जाए तो खाक की'.. तो बात ये है कि थोड़ी एहतियात बरता कीजिए.. मतलब ये कि लोगों को लगना चाहिए कि पीएम के पिटारे में अभी ना जाने क्या कुछ नया है? ना जाने क्या है? तो लोग आपकी ओर देखते रहेंगे.. और आप हैं कि 'फकीर आदमी हूं झोला उठाके चल दूंगा'.....
(यह एक व्यंग्य लेख है)
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