यूपी में होगी 1894 शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों की भर्ती, लिखित परीक्षा से होगा चयन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जूनियर हाई स्कूलों में 1894 पदों पर शिक्षकों की जल्द ही भर्ती की जाएगी। यह भर्ती उत्तर प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में की जाएगी। अहम बात यह है कि महज 1894 पदों पर 6.25 लाख उम्मीदवार कतार में हैं। 1894 पदों में 390 पद प्रधानाध्यापक के हैं जबकि 1504 पदों पर सहायक अध्यापकों की भर्ती की जाएगी। इसके लिए जल्द ही प्रशासन की ओर से नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है।
बता दें कि आखिरी बार अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती 2013 में की गई थी। उस वक्त परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान, गणित विषय के लिए 29334 सहायक अध्यापकों की भर्ती हुई थी। लेकिन उसके बाद से सात बार प्राथमिक स्तर की टीईटी परीक्षा का आयोजन कराया जा चुका है, लिहाजा 626335 अभ्यर्थी इस परीक्षा में अबतक पास हो चुके हैं। ऐसे मे इन पदों पर अभ्यर्थियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी। हालांकि इसमे सीटीईटी के अभ्यर्थियों की संख्या नहीं जुड़ी है, लिहाजा अगर इस संख्या को भी जोड़ दें तो उम्मीदवारों की संख्या कहीं अधिक हो जाएगी।
विशेष सचिव शासन आरवी सिह ने 18 जनवरी को इन भर्तियों के लिए सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी को गाइडलाइन भेजी है। जिसमे जल्द भर्ती कराने को लेकर निर्देश दिए गए हैं। हालांकि अभी इस भर्ती को लेकर कई पहलुओं पर स्थिति साफ नहीं हो सकी है लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द इन पदों पर भर्ती कराई जाएगी। इन पदोंपर भर्ती लिखित परीक्षा के माध्यम से होगी, जिसके बाद मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी और मेरिट के आधार पर ही अभ्यर्थियों का चयन होगा। उम्मीदवारों को टीईटी और सीटीईटी में मिले अंकों का अधिभार नहीं दिया जाएगा।
गौरतलब है कि इससे पहले 69000 शिक्षकों की भर्ती हाल ही में संपन्न कराई गई है। इस भर्ती में कटऑफ को लेकर विवाद खड़ा हुआ था, लिहाजा इस बार साफ कर दिया गया है कि लिखित परीक्षा में सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम कटऑफ 65 फीसदी होगी, जबकि आरक्षित वर्ग के लिए कटऑफ 60 फीसदी होगी। जानकारी के अनुसार लिखित परीक्षा में कुल 150 सवाल पूछे जाएंगे और परीक्षा 150 मिनट की होगी।