हर महीने एक लाख रोजगार देने का शिवराज सिंह चौहान ने किया वादा, जानिये कितना है मुश्किल
भोपाल। मध्य प्रदेश में अगला विधनासभा चुनाव होने में केवल दो साल बाकी हैं। वहीं शिवराज सरकार ने हर महीने एक लाख नौकरियां देने की घोषणा की है। ऐसे में अब तक लगभग 30.6 लाख पंजीकृत बेरोजगार युवक एक सम्मानजनक नौकरी पाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। राज्य सरकार ने 4,000 कॉन्स्टेबल की भर्ती की भी घोषणा की है जो पहले ही लगभग एक साल की देरी से चल रही है। इस चार हजार नौकरी के लिए साढ़े बारह लाख युवाओं ने आवेदन किया है।
साल 2017 में आखिरी बार कांस्टेबल की परीक्षा हुई थी। बीते साल दिसंबर माह में चौथी श्रेणी की नौकरी के लिए जबलपुर और उज्जैन में हजारों युवाओं की भीड़ एकत्रित हो गई थी। बता दें कि बीते बुधवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया था कि अब हर महीने एक लाख युवाओं को कम से कम रोजगार दिया जाएगा। हर महीने एक दिन को रोजगार दिवस के रूप में मनाया जाएगा। मध्यप्रदेश के युवा ही मध्यप्रदेश और भारत को आत्मनिर्भर बनाएंगे।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि पिछले दो महीने में हमने अलग-अलग योजानाओं के तहत सवा पांच लाख लोगों को रोजगार और वित्तीय सहायता देक आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया है। वहीं शिवराज सिंह के ऐलान पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि अभी भी रोजगार मेले के नाम पर झूठे दावे किये जा रहे हैं। अगले दो वर्षों में तीस लाख लोगों को रोजगार के झूठे सपने दिखाए जा रहे हैं।
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कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में पंजीकृत बेरोजगार युवाओं का आंकड़ा 34 लाख के करीब पहुंच चुका है। अभी हाल ही में हमने प्रदेश के ग्वालियर कोर्ट में चपरासी, ड्राइवर, माली, सफाईकर्मी के 15 पदों के लिए 11 हजार 82 उच्च शिक्षित लोगों को आवेदन करते हुए देखा है। वहीं उज्जैन कोर्ट में चपरासी और ड्राइवर के 25 पदों के लिए 9500 लोगों को आवेदन करते देखा है।